म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले 85 प्रतिशत भारतीय 30 शहरों में : सर्वेक्षण

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यह दर्शाता है कि शेष भारत की अधिकांश आबादी निवेश उपकरण के विकल्प में रूढ़िवादी है।



नई दिल्ली, 13 जनवरी (हि.स.)। देश के म्यूचुअल फंड (एमएफ) उद्योग को अभी तक आबादी से व्यापक भागीदारी नहीं मिली है। एक नए सर्वेक्षण के मुताबिक 85 प्रतिशत भारतीय म्यूचुअल फंड (एमएफ) निवेशक केवल शीर्ष 30 शहरों में हैं।

पेटीएम मनी की हालिया जारी सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक भारत एक बहुत ही अल्प विकसित देश बना हुआ है, खासकर म्यूचुअल फंड जैसे इंस्ट्रूमेंट में निवेश के संबंध में। रिपोर्ट में कहा गया है कि म्यूचुअल फंड में 85 प्रतिशत से अधिक निवेशक शीर्ष 30 भारतीय शहरों से आते हैं। यह दर्शाता है कि शेष भारत की अधिकांश आबादी निवेश उपकरण के विकल्प में रूढ़िवादी है।

रिपोर्ट बताती है कि 2019 में देखे गए रुझान 2020 में निवेश पैटर्न को प्रभावित करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक 19,100 पिन कोडों वाले शहरों और कस्बों में से 18,792 ने अपने परिचालन के पहले वर्ष के भीतर पेटीएम मनी के साथ निवेश किया।

रिपोर्ट यह भी बताती है कि इसके 65 प्रतिशत से अधिक निवेशक 18-30 वर्ष की आयु के बीच के हैं। इन निवेशकों में से कई छात्र और पहली बार के कर्मचारी हैं। यह भी पाया गया कि भारत के युवा और पहली बार निवेशक निवेश करने के लिए नए उपकरणों का चयन कर रहे हैं।

 


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