मासूम की हत्या की गुत्थी सुलझी, आरोपित गिरफ्तार

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आरोपित की पहचान गौतम(19) के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।



नई दिल्ली, 08 अगस्त (हि.स.)। रोहिणी जिले के अमन विहार इलाके में आठ वर्षीय मासूम की हत्या की गुत्थी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सुलझाते हुए उसके पड़ोसी को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान गौतम(19) के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।
ऐसे हुआ था बच्चा लापता
क्राइम ब्रांच के डीसीपी जॉय टिर्की के अनुसार करीब दो सप्ताह पहले अमन विहार थाना पुलिस को सूचना मिली कि एक बच्चे का शव नाले में पड़ा हुआ है। मामले की सूचना मिलने पर लोकल पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच भी पहुंची। जांच में पता चला कि मृतक मासूम समर्थ परिवार के साथ किराड़ी एक्सटेंशन में रहता था। समर्थ मंगलवार शाम अपने घर के बाहर से खेलते हुए अचानक लापता हो गया। जब बच्चा रात तक घर नहीं पहुंचा तो परिवार वालों ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों के साथ आस-पास के इलाकों में उसकी खोजबीन शुरू की। काफी देर तक बच्चे का कुछ पता नहीं चलने पर परिवार वालों ने अमन विहार थाने में बच्चे के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। इधर पुलिस लगातार बच्चे की तलाश करती रही। इसी बीच गुरुवार सुबह बच्चे का शव अमन विहार स्थित नाले से बरामद हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि बच्चे की मौत डूबने से हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार लोकल पुलिस ने फाईल को बंद कर दिया।
25 लाख की फिरौती की कॉल से शक बढ़ा
इधर मामले को क्राइम ब्रांच ने गंभीरता से लेते हुए इंस्पेक्टर मुकेश अंतिल की देखरेख में एक टीम का गठन कर जांच शुरू की। पुलिस के अनुसार अमन विहार थाना पुलिस बच्चे का पोस्टमार्टम करवा रही थी। इसी बीच बच्चे के पिता के पास एक अंजान नम्बर से कॉल आया। कॉलर ने कहा कि बच्चा उसके पास है और लौटाने की एवज में 25 लाख रुपये की मांग की। साथ ही ये धमकी भी दी कि यदि वो किसी को इस बारे में जानकारी देगा तो बच्चे की लाश ही उसे मिलेगी। अमन विहार पुलिस ने उक्त घटना को गंभीरता से नहीं लिया। इधर क्राइम ब्रांच ने उक्त नम्बर को सर्विलांस पर लगाया और उसकी जांच की तो वह नम्बर एक महिला के नाम पर मिला। पुलिस उक्त महिला के पास पहुंची तो उसने बताया कि उसका नम्बर कुछ दिन पहले ही खो गया था, जिसकी उसने पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई है।
फिल्म देखकर दिया वारदात को अंजाम
पुलिस ने लगातार उक्त नम्बर को सर्विलांस पर लगाये रखा। फोन बीच-बीच में चालू हुआ। दो दिन पूर्व फोन की लोकेशन किराड़ी में आई। पुलिस ने लोकेशन का पता कर आरोपित को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह मृतक बच्चे के पड़ोस में ही रहता है। उसे रास्ते में मोबाइल सिम पड़ी मिली थी, जिससे उसने मृतक बच्चे के परिवार को फिरौती की कॉल की। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि मंगलवार दोपहर अमन विहार इलाके में झगड़ा हो रहा था। बच्चा भी झगड़ा देख रहा था। आरोपित वहां पहुंचा और बच्चे को खिलाने-पिलाने की बात कहकर उसे प्रताप विहार स्थित नाले के पास ले गया और बच्चे को धक्का दे दिया। साथ ही उसने बताया कि उसने हिन्दी फिल्मों में देखा था कि बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या करने के बाद भी रुपये मिल जाते है। इसी को ध्यान में रखते हुए उसने वारदात को अंजाम दिया।
चंद रुपये के चक्कर में कर दी मासूम की हत्या
पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि मासूम के पिता ने कुछ दिन पहले ही गाड़ी खरीदी थी। उसे लगा कि वह परिवार से मोटी रकम वासूल सकता है। पुलिस के अनुसार आरोपित ने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है और वह आईटी का कोर्स कर रहा था।

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