मुंबई : डीआईजी की बुरी नजर, पहले पीड़ित छात्रा गायब, अब गवाह लापता

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तलोजा में रहने वाले लड़की के परिवार का कहना है कि पीड़ित की उम्र 17 साल है।



मुंबई, 09 जनवरी (हि.स.)। अपने दोस्त की नाबालिग बेटी पर बुरी नजर डालने के आरोपों से घिरे पुणे के डीआईजी निशिकांत कृष्णराव मोरे के दामन पर एक और दाग जड़ गया है। कुछ दिन पहले पीड़ित छात्रा रहस्यमय ढंग से गायब हो चुकी है। अब इस घटना का गवाह भी अचानक लापता हो गया  है। दोनों का कोई सुराग नहीं है।  छात्रा और गवाह को जमीन निगल गई या आसमान खा गया, यह सवाल इस केस की जांच से जुड़े पुलिस अधिकारी को कठघरे में खड़ा कर रहा है।

तलोजा में रहने वाले लड़की के परिवार का कहना है कि पीड़ित की उम्र 17 साल है। वह नवी मुंबई के खारघर स्थित एक विद्यालय में 12वीं की छात्रा है। 5 जून 2019 को उसके बर्थडे की पार्टी में उसे बधाई देने उसके घर खारघर में रहने वाले डीआईजी निशिकांत कृष्णराव मोरे अपनी पत्नी और बेटे के साथ पहुंचे थे।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि शराब के नशे में उनके पारिवारिक दोस्त मोरे ने उनकी लड़की के चेहरे पर लगे केक को हांथ की अंगुली से निकालकर चाट लिया। उसके बदन को गलत ढंग से छुआ। वह उनके घर की इज्जत को तार-तार करते रहे। इससे दुखी होकर वह लोग शिकायत देने तलोजा थाने पहुंचे। उनकी शिकायत नहीं ली गई। इसके बाद वह लोग नवी मुंबई पुलिस आयुक्त के यहां गुहार लगाने पहुंचे  पर उन्हें वहां से भगा दिया गया।
आरोपित पुलिस का बड़ा अधिकारी हो तो आमतौर पर पीड़ित की शिकायत दर्ज होने में महीनों गुजर जाते हैं। ऐसा इस मामले में भी हुआ। पुलिस की खूब छीछालेदर हुई। तब जाकर 26 दिसम्बर  को तलोजा थाने में पीड़ित लड़की के बयान पर मामला दर्ज हुआ। आरोप है कि इसके बाद इस परिवार पर केस वापस लेने का दबाव डाला गया। जांच के नाम पर सवालों का सामना करते-करते थक चुकी यह लड़की  6 जनवरी की रात घर पर सुसाइड नोट छोड़कर किसी को भी बिना बताए चली गई। पता चलने पर सदमे में आए परिवार ने इसकी सूचना फौरन पुलिस को दी। छात्रा के पिता का आरोप है कि मंगलवार को अचानक इस केस का गवाह भी गायब हो गया इस बारे में तलोजा थाने की पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है | लड़की का सुराग लग गया है। उसे जल्द बरामद कर लिया जाएगा।  गायब गवाह की तलाश की जा रही है।

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