मुंबई, 09 जुलाई (हि.स.)। मुंबई में यातायात सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार की ओऱ से विभिन्न प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। मुंबई जैसे मेट्रोपॉलिटेन शहरों में मल्टी ट्रांसपोर्ट इंटीग्रेशन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट को शुरू करने का निर्णय एमएमआरडीए की बैठक में लिया गया है। सोमवार को मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में परिवहन सेवाओं को बेहतर करने के संदर्भ में एक विस्तृत परियोजना तैयार करने के लिए बैठक आयोजित की गई थी। इस दौरान गोराई से बोरीवली और मालाड से मार्वे तक रोपवे निर्माण करने का भी निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने महामुंबई मेट्रो बोर्ड के लोगो का अनावरण भी किया।
एमएमआरडीए की 148 वीं बैठक सोमवार को मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस में आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में आवास मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, शहरी विकास राज्य मंत्री योगेश सागर, मुख्य सचिव अजोय मेहता, गृह निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार, एमएमआरडीए महानगर आयुक्त आर. ए. राजीव, बृहन्मुंबई महानगर पालिका के आयुक्त प्रवीण परदेशी, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन करीर, मीरा भाईंदर नगर निगम की मेयर डिंपल मेहता, पेण शहर की नगर अध्यक्ष प्रीतम पाटिल, उरण की नगराध्यक्ष सायली म्हात्रे, खोपोली की नगर अध्यक्ष सुमन औसरमल समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि मेट्रो सिस्टम को शुरू करने का मतलब केवल एक जगह से दूसरी जगह तक यातायात करना ही नहीं है। यह कोई वितरण प्रणाली नहीं है, बल्कि यह ट्रांसपोर्ट प्रणाली यात्रियों के लिए पूरी तरह से संतोषजनक होनी चाहिए। यात्रियों को बहु उद्देशीय परिवहन यात्रा सुविधाएं उपलब्ध हो सकें, इसके लिए एक बेहतर ट्रांसपोर्ट सिस्टम जरूरी है। मेट्रो से उतरने के बाद गंतव्य के लिए यात्रियों को बस, टैक्सी व अन्य परिवहन सुविधाओं की उपलब्धता जरूरी हो जाती है। इसी तरह, मोनो रेल सेवाओं के फेरे बढ़ाने से भी यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। उसके अनुसार योजना बनाने पर काम चल रहा है।
एमएमआरडीए की ओर से शुरू किए गए मुंबई के विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर बहुस्तरीय परिवहन एकत्रीकरण परियोजना के कार्यान्वयन के लिए मुख्यमंत्री ने 35,000 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इस परियोजना के तहत मेट्रो स्टेशनों के पास पादचारी पुलों, साइकिल ट्रैक, पार्किंग क्षेत्र, यातायात सिग्नल में सुधार, स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी, मेट्रो स्टेशनों से बस-रिक्शा-टैक्सी न अन्य परिवहन सेवाओं को उपलब्ध कराने समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं के निर्माण पर जोर दिया जाएगा। सभी मेट्रो रूट के नीचे से गुजरनेवाली सड़कों की चौड़ाईकरण व मरम्मत का काम भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मालाड से मार्वे और गोराई से बोरिवली तक 4.5 किलोमीटर लंबी दूरी तक रोप वे परियोजना को शुरू किया जाएगा। रोप वे सुविधा इन दोनों मार्ग पर कितनी तर्कसंगत व सुविधाजनक है, इसका अध्ययन करने के लिए इंडियन पोर्ट रेल एंड रोप वे कॉर्पोरेशन लिमिटेड को विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया है। इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के कारण पूर्व व पश्चिम उपनगर के बीच यातायात कनेक्शन को बेहतर किया जा सकता है। इसके अलावा मालाड मेट्रो स्टेशन, मार्वे, बोरिवली रेलवे स्टेशन, मेट्रो -2 ए और गोराई जेट्टी तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूर्या बांध परियोजना के तहत कवडास बांध निर्माण के लिए कोंकण सिंचाई विकास निगम को वित्तीय मदद देने का निर्णय भी लिया गया है। प्राधिकरण की बैठक में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स के ‘जी’ ब्लॉक में स्थित सी-65 प्लॉट को जापानी कंपनी गेईसू रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को 80 वर्षों के लिए लीज पर देने का निर्णय लिया गया है। जापानी कंपनी इसके लिए 2,238 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। कंपनी यहां पर 12 हजार 486 वर्गमीटर प्लॉट पर 65 हजार वर्गमीटर निर्माण कर सकेगी। इसकी अनुमति सरकार की ओऱ से दी जाएगी।
एमएमआरडीए महानगर आयुक्त राजीव ने कहा कि न्यूयॉर्क, कोलंबिया, तुर्की समेत कई देशों में रोप-वे परियोजनाएं लोकप्रिय और सफल हैं। खासकर मुंबई जैसे शहरों में ट्रैफिक समस्या काफी खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है। इससे निजात दिलाने में रोप वे जैसी परियोजनाएं काफी उपयोगी हो सकती हैं। अगर यह पायलट प्रोजेक्ट सफल होता है, तो राज्य के अन्य शहरों में भी इस प्रोजेक्ट को शुरू किया जा सकेगा।