मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर मोनिका बनी मिसेज इंडिया ग्लोबल यूनिवर्स
कांगड़ा जिला के फतेहपुर निवासी सेवानिवृत्त सूबेदार जोगिंदर सिंह पठानिया और माता वीना पठानिया के घर जन्मी डॉ. मोनिका आर्मी के माहौल में पली-बढ़ी तथा केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ाई की है। उन्होंने एमबीबीएस और एमडी एनस्थीसिया की डिग्री डॉ राजेंद्र प्रसाद गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से की। 11 बरस से प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में बतौर मेडिकल ऑफिसर कार्य कर रही है।
मंडी, 23 जून (हि. स.) । मंडी के लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कार्यरत सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर मोनिका पठानिया अत्री ने मिसेज इंडिया ग्लोबल यूनिवर्स 2019 में फस्र्ट रनर अप का खिताब जीता है, इससे हिमाचल ही नहीं बल्कि पूरे देश में मंडी व प्रदेश का नाम चमका है। उन्होंने मुंबई में हुई प्रतियोगिता में मिसेज इंडिया आई एम पावर फुल के ट्रेंड सेटर के टाइटल से नवाजा गया है।
डॉ मोनिका पठानिया अत्री ने बताया कि अभी 14 से 16 जून तक मुंबई में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में उन्होंने भाग लिया। जिसमें 40 से भी अधिक अन्य महिलाएं प्रतियोगी के तौर पर आई थी। प्रतियोगिता में मिस इंडिया ग्लोबल यूनिवर्स 2019 का खिताब कर्नाटक की गायत्री ने हासिल किया। मिसेज इंडिया ग्लोबल यूनिवर्स का फस्र्ट रनर कप का खिताब जीतने के बाद अब मोनिका अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
कांगड़ा जिला के फतेहपुर निवासी सेवानिवृत्त सूबेदार जोगिंदर सिंह पठानिया और माता वीना पठानिया के घर जन्मी डॉ. मोनिका आर्मी के माहौल में पली-बढ़ी तथा केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ाई की है। उन्होंने एमबीबीएस और एमडी एनस्थीसिया की डिग्री डॉ राजेंद्र प्रसाद गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से की। 11 बरस से प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में बतौर मेडिकल ऑफिसर कार्य कर रही है।
उनका कहना है कि जब वह बिलासपुर में अपनी सेवाएं दे रही थी, तो बिलासपुर निवासी शालु ठाकुर ने माडलिंग की दुनिया में आने के लिए प्रेरित किया। जो कि स्वयं भी मिसेज़ इंडिया टुरिज्म वल्र्ड वाईड 2018 का खिताब जीत चुकी थी। शालु ठाकुर ने ही प्रेरित किया कि आप मॉडलिंग कर सकते हो तथा ऐसी सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भाग लेकर काफी आगे जा सकते हो। इसी से प्रेरणा लेकर मन में ख्याल आया और जुट गई । जिसमें मेरे पूरे परिवार व पति के साथ के कारण आज इस मुकाम तक पहुंच पाई हूं। छोटे-छोटे बच्चों की देखभाल का जिम्मा इस दौरान पति डा. दीपक अत्री के ऊपर ही रहता है। ससुराल पक्ष की तरफ से भी कभी ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए ना नहीं की गई तथा पूरे सहयोग के साथ उनका भी पूरा सहयोग मिला।