भोपाल, 19 जुलाई (हि.स.)। मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक गोपाल भार्गव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गुरुवार रात जारी किए बयान में उन्होंने कहा कि विधानसभा कार्यवाही जनता से जुड़े मुद्दों को सरकार के ध्यान में लाने के लिए होती है ताकि जनहित समस्याओं का निराकरण हो लेकिन जिस तरह राज्य सरकार के मंत्री भाजपा विधायकों के सवालों के गोलमोल जवाब दे रहे हैं, उससे जनता को न्याय नहीं मिलने वाला।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सदन में मंत्री गोलमोल जवाब देकर प्रश्नों से बचना चाहते हैं लेकिन मजबूत विपक्ष ऐसा होने नहीं देगा। मुख्यमंत्री और संसदीय कार्यमंत्री को चाहिए कि वे अपने मंत्रियों को समझाएं कि वे सदन में प्रश्नों के सही उत्तर दें। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सदन में विपक्ष को दबाने की कोशिश की जा रही है, वह लोकतंत्र की दृष्टि से ठीक नहीं है। आसंदी को निष्पक्ष होकर मंत्रियों की ओर से सही और सटीक जवाब आए ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए।
बिजली बिल की जगह बिजली आधा कर दी
गोपाल भार्गव ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जनता को वचन किया था कि सरकार बनते ही बिजली के बिल आधा कर दिए जाएंगे लेकिन गरीबों को 10 गुना और 100 गुना बिजली के बिल थमाए जा रहे हैं। बिजली के बिल आधा करने के बजाय सत्ता में आते ही कांग्रेस ने बिजली ही आधी कर दी। ग्रामीण क्षेत्र और शहीद क्षेत्र में अघोषित विद्युत कटौती से जनता परेशान है। राजधानी में भी अघोषित विद्युत कटौती झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि अघोषित बिजली कटौती को लेकर हमारे विधायकों ने स्थगन सूचना एवं ध्यानाकर्षण लगाया ताकि जनता की आवाज कुंभकरणी नींद में सोई सरकार तक पहुंच सके लेकिन सत्ता पक्ष इस मुद्दे पर चर्चा नहीं करना चाहता।
समस्याओं से कराह रहा पूरा प्रदेश
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था चौपट हो चुकी है। हर जगह समस्याओं का अंबार लगा है। पूरा प्रदेश समस्याओं से कराह रहा है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर और अन्य कर्मचारी हड़ताल पर हैं, स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ गरीब जनता को नहीं रहा। उन्होंने कहा कि यह सरकार निर्मम है, जो वेतनमान को लेकर संघर्ष कर रहे कर्मचारियों की सुध सरकार नहीं ले रही।
गाल बजाने से नहीं चलने वाला काम
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार के मंत्री सदन में विपक्ष का जवाब देने के बजाय हर बात पर जांच कराने की धमकी देते हैं। अगर सरकार में दम है तो वह किसी भी मुद्दे पर जांच कराए, सिर्फ गाल बजाने से काम नहीं चलने वाला। उन्होंने कहा कि सदन के बाहर कांग्रेस झूठे आरोप लगाकर भ्रम का वातावरण तैयार करती है और सदन में आकर उन्हीं मुद्दों पर बैकफुट पर नजर रखती है। बिजली कटौती को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों ने घटिया उपकरणों की खरीदी और मेंटनेंस न कराने का बेतुका तर्क देते हुए झूठा आरोप लगाया था लेकिन सदन में कांग्रेस विधायक द्वारा किए गए सवाल का विभागीय मंत्री ने विधानसभा चुनाव के पहले विद्युत लाइन के मैंटनेस किए जाने और बिजली उपकरणों की खरीदी में कोई भी गड़बड़ी नहीं पाए जाने का लिखित जवाब दिया।