भोपाल/इंदौर, 15 अप्रैल (हि.स.)। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। इंदौर में बुधवार की सुबह दिल्ली से आयी रिपोर्ट में 117 लोगों पॉजीटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 544 हो गई है। इंदौर के सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने इसकी पुष्टि की है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 874 पहुंच गई है जबकि इस बीमारी से अब तक प्रदेश में 53 लोगों की मौत हो चुकी है।
बुधवार को इंदौर में 117 नये पॉजीटिव मरीजों के मिलने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 874 हो गई है। इनमें इंदौर के 544 के अलावा भोपाल 158, जबलपुर 12, ग्वालियर 06, शिवपुरी 02, उज्जैन 26, खरगौन 17, मुरैना 14, छिंदवाड़ा 04, बड़वानी 17, बैतूल 01, विदिशा 13, श्योपुर 03, होशंगाबाद 15, खंडवा 15, रायसेन 04, देवास 07, धार 03, सागर 01, शाजापुर 04, मंदसौर 02, रतलाम 02, सतना 02, टीमकगढ़ 01 तथा एक मरीज अन्य राज्य का शामिल हैं। मध्यप्रदेश में कोरोना से संक्रमित 53 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में इंदौर के सबसे अधिक 37, भोपाल 05, उज्जैन 06, खरगौन 03, छिंदवाड़ा 01 और देवास का एक व्यक्ति शामिल हैं।
बुधवार को इंदौर में 117 नये पॉजीटिव मरीजों के मिलने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 874 हो गई है। इनमें इंदौर के 544 के अलावा भोपाल 158, जबलपुर 12, ग्वालियर 06, शिवपुरी 02, उज्जैन 26, खरगौन 17, मुरैना 14, छिंदवाड़ा 04, बड़वानी 17, बैतूल 01, विदिशा 13, श्योपुर 03, होशंगाबाद 15, खंडवा 15, रायसेन 04, देवास 07, धार 03, सागर 01, शाजापुर 04, मंदसौर 02, रतलाम 02, सतना 02, टीमकगढ़ 01 तथा एक मरीज अन्य राज्य का शामिल हैं। मध्यप्रदेश में कोरोना से संक्रमित 53 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में इंदौर के सबसे अधिक 37, भोपाल 05, उज्जैन 06, खरगौन 03, छिंदवाड़ा 01 और देवास का एक व्यक्ति शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते रविवार को इंदौर शहर के अलग-अलग इलाके से करीब 1142 सेंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए थे। इन सेंपलों की जांच नोएडा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी की लैब में हुई और वहां से उनकी जांच रिपोर्ट बुधवार को सुबह इंदौर पहुंची जिसमें 117 की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि जिन मरीजों के सेंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए थे, उन्हें पहले ही क्वारेंटाइन कर दिया गया था और उन क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। इसलिए अचानक संख्या बढ़ने से चिंता की कोई बात नहीं है।