नई दिल्ली, 10 मार्च (हि.स.) । ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के साथ ही ट्विटर पर सिंधिया का एक पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें वह कविता पाठ करते दिख रहे हैं। सिंधिया कह रहे हैं, ”आंधियों की जिद है, जहां बिजलियां गिराने की, हमारी भी जिद है, वहीं आशियां बनाने की।’ इसके साथ ही दूसरी पंक्तियां हैं- ‘उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है, अगर जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है।’
इन पंक्तियों का अर्थ निकाला जा रहा है कि यह बगावती तेवर कांग्रेस के लिए ही था। वे स्पष्ट तौर पर कांग्रेस नेतृत्व से अपनी नाराजगी जता चुके थे, पर कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। यहां तक कि 4 दिन पहले ही गुडगांव प्रकरण के बाद भी कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तक ने उनसे संपर्क नहीं किया। जबकि एक समय में राहुल और ज्योतिरादित्य में बहुत नजदीकी थी।
इस बीच लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मान लिया है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार नहीं बचेगी। चौधरी ने मंगलवार को ट्वीट किया, “यह वास्तव में हमारी पार्टी के लिए एक नुकसान होगा। मुझे नहीं लगता कि मध्य प्रदेश में हमारी सरकार बच पाएगी। यह भाजपा की वर्तमान राजनीति है, जो हमेशा विपक्षी दलों को गिराने और अस्थिर करने की कोशिश करती है।”
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा, ”कांग्रेस ने अपनी ही पार्टी के युवा नेता की इज्जत नहीं की। यदि वे हमारे साथ आते हैं तो बहुत खुशी होगी। आज सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है और हम मध्य प्रदेश पर नजरें बनाए हुए हैं।”
सिंधिया की बुआ एवं मध्य प्रदेश भाजपा की वरिष्ठ नेता यशोधरा राजे सिंधिया ने ट्वीट किया, “राजमाता के रक्त ने लिया राष्ट्रहित में फैसला, साथ चलेंगे, नया देश गढ़ेंगे, अब मिट गया हर फासला। ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस छोड़ने के साहसिक कदम का मैं आत्मीय स्वागत करती हूं।”
उल्लेखनीय है कि सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद से अब तक उनके समर्थक 20 कांग्रेसी विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इससे राज्य की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गयी है।