निष्पक्ष जांच जरूरी मोहन डेलकर आत्महत्या मामले की : कांग्रेस

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प्रफुल खोड़ा पटेल को पद से हटाने की मांग



नई दिल्ली, 26 फरवरी (हि.स.)। कांग्रेस ने दादरा एवं नगर हवेली के निर्दलीय सांसद मोहन एस. डेलकर की आत्महत्या के मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। कांग्रेस ने सवाल किया है कि आखिर ऐसी क्या वजह रही होगी कि डेलकर ने सुसाइड नोट में भाजपा नेता प्रफुल खोड़ा पटेल का जिक्र किया है। इसके मद्देनजर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि मोहन भाई द्वारा लिखे गए 16 पन्नों के सुसाइड नोट से साफ है कि प्रफुल खोड़ा उन्हें लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। इस बारे में डेलकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी भी लिखी थी। उन्होंने वीडियो के जरिए बताया भी कि कैसे अलग-अलग तरीके से अफसर उनके खिलाफ तथा उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ अकारण कार्यवाही करते थे। यहां तक कि उनके मेडिकल कॉलेज, आदिवासी भवन को गिराने की भी कोशिश की गई थी।

कांग्रेस प्रवक्ता खेड़ा ने आरोप लगाया कि वर्ष 2019 का चुनाव निर्दलीय तौर पर जीतने के बाद से मोहन डेलकर के प्रति प्रताड़ना का सिलसिला चल पड़ा। उन्होंने सवाल किया कि यह किस तरह की राजनैतिक संस्कृति इस देश में फैलायी जा रही है। केंद्रीय जांच एजेंसियों को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ छोड़ देना और निर्वाचित सरकारों के कामकाज में बाधक बनना; आखिर यह कौन सी परम्परा का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि दादरा एवं नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल खोड़ा पटेल को तुरंत पदमुक्त किया जाए और उन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जाए।

इससे पहले, मोहन डेलकर के बेटे अभिनव ने भी प्रफुल खोड़ा पटेल पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। अभिनव ने न्याय दिलाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भी लिखा था।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सांसद डेलकर का शव मुंबई के सी-ग्रीन साउथ होटल से बरामद किया गया था। उनके पास से सुसाइड नोट भी मिला था।

 


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