मुंबई, 17 जनवरी (हि.स.)। बेलगांव में शहीद दिवस मनाने गए सूबे के राज्यमंत्री राजेंद्र पाटील येड्रावकर को कर्नाटक पुलिस ने गिरफ्तार किया और बाद में राज्य की सीमा में छोड़ दिया है। कर्नाटक पुलिस की इस कार्रवाई से महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा पर बसे लोगों में असंतोष फैला हुआ है। महाराष्ट्र एकीकरण समिति ने कर्नाटक की इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की है।
बताया जाता है कि भाषा आधारित प्रदेश रचना की घोषणा होने के बाद महाराष्ट्र का मराठी भाषी हिस्सा कर्नाटक में चला गया था। इसलिए 17 जनवरी,1956 को बेलगांव निपाणी में सीमावासियों ने जोरदार आंदोलन किया था। इन आंदोलनकारियों पर काबू पाने के लिए कर्नाटक पुलिस ने गोली चलाई थी, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई थी। इसलिए सीमावर्ती इलाकों में हर साल 17 जनवरी को शहीद दिवस मनाया जाता है।
निपाणी में आयोजित शहीद दिवस कार्यक्रम में वस्त्र उद्योग राज्यमंत्री राजेंद्र पाटील येड्रावकर छिपते-छिपाते गए थे लेकिन कर्नाटक पुलिस को राज्यमंत्री के पहुंचने की जानकारी मिल गई थी। राजेंद्र पाटील येड्रावकर जब निपाणी स्थित हुतात्मा चौक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो कर्नाटक पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कर्नाटक पुलिस ने येड्रावकर को मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष में कुछ देर बिठाया, फिर बाद में महाराष्ट्र सीमा में लाकर छोड़ दिया। हालांकि घटनास्थल पर महाराष्ट्र एकीकरण समिति की ओर से शहीद दिवस पर कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।