विधानसभा चुनाव: घर बैठे दे सकते हैं वोट, 9 से 14 अक्टूबर तक करें आवेदन
बेगूसराय, 26 सितम्बर (हि.स.)। बिहार विधानसभा के तारीखों का ऐलान होते ही प्रशासनिक तैयारी उफान पर आ गई है। जिला प्रशासन मतदान प्रतिशत बढ़ाने के साथ-साथ स्वच्छ और निर्भीक चुनाव कराने के लिए एक्शन मोड में है। बदले-बदले स्वरूप में होने वाले इस चुनाव के लिए कई नए विकल्प तलाशे गए हैं। इस चुनाव में 50 हजार से अधिक मतदाता बगैर मतदान केंद्र पर गए ही अपना वोट दे सकते हैं। पहले सर्विस वोटर को पोस्टल बैलट की सुविधा दी जाती थी।
बेगूसराय में 4045 सर्विस वोटर के साथ दिव्यांग मतदाता, 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता एवं कोरोना पॉजिटिव मतदाताओं को भी पोस्टल बैलट की सुविधा दी जा रही है। यहां 33200 मतदाता 80 वर्ष से अधिक उम्र के तथा 16548 मतदाता दिव्यांग हैं। जिसमें सबसे अधिक 3207 दिव्यांग मतदाता साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र में हैं। जबकि बेगूसराय विधानसभा में 3199, मटिहानी में 2742, चेरिया बरियारपुर में 2412, बखरी में 2330, बछवाड़ा में 1693 एवं तेघड़ा में 1632 दिव्यांग मतदाता हैं।
यह लोग मतदान केंद्र पर जाकर ईवीएम के माध्यम से मतदान करने के बदले बगैर मतदान केंद्र पर गए भी घर बैठे वोटिंग कर सकते हैं। पोस्टल बैलट से मतदान करने के लिए नामांकन शुरू होने के अगले पांच दिनों तक उन्हें निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष आवेदन देना होगा। जिसके बाद मतदान कर्मी उनके घर पर जाकर पोस्टल बैलट के माध्यम से मतदान की प्रक्रिया पूरी करेंगे।
इधर, स्वच्छता एवं निष्पक्षता के लिए स्टेटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी टीम) कार्यरत हो गई है। सभी सात विधानसभा क्षेत्रों में तीन-तीन टीम को लगाया गया है। यह टीम चुनाव के दौरान तमाम तरह की गैरकानूनी गतिविधियां, चेक पोस्ट पर वाहन जांच, मतदाताओं को लुभाने का कार्य करेगी। इसके साथ ही जिला भर के लिए 32 फ्लाइंग स्क्वायड टीम एक्टिव हो गई है। यह टीम आदर्श आचार संहिता के अनुपालन की तमाम गतिविधियों पर नजर रखेगी। इस संबंध में डीएम एवं एसपी द्वारा संयुक्त रूप से आदेश जारी कर कड़ाई से अनुपालन कराने को कहा गया है।
दूसरी ओर मतदाता जागरूकता अभियान की गतिविधियां भी काफी तेज हो गई है। सामान्य मतदाता के साथ-साथ दिव्यांग मतदाताओं को जागरूक करने तथा वोटिंग के दौरान उन्हें सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन तत्पर है। ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों मोड में मतदाता सूची में नाम दर्ज कराए जा रहे हैं, सुधार किया जा रहा है।