इंदौर/भोपाल, 21 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश में कोरोना संकट के बीच लॉकडाडन के चलते पिछले दो माह से उद्योग लगभग बंद हैं लेकिन उसके बाद भी भारी-भरकम बिजली बिल देखकर सभी उद्योगपति परेशान हैं। अब लॉकडाउन के बीच गुरुवार को मध्य प्रदेश के पांच हजार से अधिक छोटे व मध्यम उद्योगपति राज्य सरकार के खिलाफ ऑनलाइन धरना देने बैठ गए। इस ऑनलाइन धरने में एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्य प्रदेश से जुड़े लगभग सभी उद्योगपति हाथों में बिजली बिल में सुधार सहित अन्य मांगे लिखी तख्तियां लेकर शामिल हुए।
पूरे मामले को लेकर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मप्र (एआईएमपी) के अध्यक्ष प्रमोद डफरिया का कहना है कि हमारे संगठन ने आज से यह धरना शुरू किया है लेकिन सरकार यदि नहीं सुनेगी तो यह धरना लम्बा चलेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पिछले दो माह से प्रदेश भर में लगभग अधिकांश फैक्ट्रियां बंद है, काम करने के लिए मजदूर हैं नहीं, कहीं कुछ काम हुआ नहीं है, इसके बाद भी उद्योगपतियों को बिजली विभाग ने लाखों रुपये के बिल थमा दिए हैं।
उनका यह भी कहना था कि राज्य के उद्योगपतियों की आर्थिक हालत पहले से ही काम बंद होने के कारण खराब चल रही है, फिर भी केंद्र सरकार एवं राज्य की शिवराज सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए उद्योगपति और व्यापारियों ने मजदूरों एवं कर्मचारियों को वेतन दिया है। डफरिया का कहना है कि ऐसे वक्त में सरकार को हमारी भरपूर सहायता करनी चाहिए, नहीं तो प्रदेश में उद्योग चलाना मुश्किल होगा।