डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए रेहड़ी-पटरी वालों को मिलेगा कैशबैक : मोदी

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बैंको और संस्थाओं के प्रतिनिधि रेहड़ी-ठेले पर जाकर देंगे क्यूआर कोड- प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल नहीं करने की भी सलाह



नई दिल्ली, 09 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को रेहड़ी-पटरी वालों से डिजिटल भुगतान को अपनाने की अपील करते हुए कहा कि यदि आप डिजिटल लेन-देन करेंगे तो आपके खाते में सरकार की ओर से इनाम के रूप में कुछ पैसे कैशबैक के रूप में भेजे जाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्‍यप्रदेश के रेहड़ी-पटरीवालों के साथ “स्‍वनिधि संवाद’ में उन्हें प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल नहीं करने की भी सलाह दी। कोरोना के मद्देनजर स्ट्रीट वेंडर्स से साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा करने से उनकी आय भी बढ़ेगी।

उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई देते हुए कहा कि सिर्फ 2 महीने में मध्य प्रदेश में 1 लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स- रेहड़ी-पटरी वालों को स्वनिधि योजना का लाभ सुनिश्चित हुआ है। इस योजना का उद्देश्य वेंडर्स को आर्थिक मदद देकर उन्हें नई शुरुआत करने के योग्य बनाना है।

प्रधानमंत्री ने पूर्व सरकारों पर गरीबी के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे देश में गरीबों की बात बहुत हुई है लेकिन गरीबों के लिए जितना काम पिछले 6 साल में हुआ है, उतना पहले कभी नहीं हुआ।

मोदी ने कहा कि रेहड़ी पटरी वाले डिजिटल दुकानदारी में पीछे न रहे, इसके लिए बैंकों और डिजिटल पेमेंट की सुविधा देने वालों के साथ मिलकर एक नई शुरुआत की गई है। अब बैंको और संस्थाओं के प्रतिनिधि रेहड़ी, ठेले पर आएंगे और क्यूआर कोड देंगे। वह दुकानदारों को इसके इस्तेमाल करने का तरीका भी बताएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ जाती स्ट्रीट वेंडर्स को कुछ सावधानियां बरतनी होंगी। अपनी और अपने ग्राहकों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना है। मास्क, साफ सफाई, दो गज की दूरी, इन सभी को अपनाना ही है।

मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना से जुडने वाले रेहड़ी पटरी वालों का जीवन आसान बनाने के लिए उन्हें मूलभूत सुविधायें सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि रेहड़ी-पटरी या ठेला लगाने वाले के पास उज्जवला का गैस कनेक्शन है या नहीं, उनके घर बिजली कनेक्शन है या नहीं, वो आयुष्मान भारत योजना से जुड़े हैं या नहीं, उन्हें बीमा योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं, उनके पास अपनी पक्की छत है या नहीं, ये सारी बातें देखी जाएंगी। उन्होंने कहा कि हाल में सरकार ने शहरों में आप जैसे साथियों के उचित किराए में बेहतर आवास उपलब्ध कराने की भी एक बड़ी योजना शुरु की है। एक देश, एक राशन कार्ड की सुविधा से आप देश में कहीं भी जाएंगे तो अपने हिस्से का सस्ता राशन ले पाएंगे। जनधन योजना योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश का गरीब तो कागजों के डर से बैंक में जाता तक नहीं था। जनधन योजना के माध्यम से देश में 40 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक खाते खुलवाए गए हैं। इन जनधन खातों से गरीब बैंक से जुड़ा, तभी तो उन्हें आसानी से लोन, आवास योजना का लाभ, आर्थिक मदद मिल रही है।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने कोविड-19 महामारी से प्रभावित गरीब रेहड़ी-पटरीवालों की आजीविका से जुड़ी गतिविधियां बहाल करने के उद्देश्‍य से इस 1 जून को पीएम स्‍वनिधि योजना की शुरूआत की थी। इसमें रेहड़ी-पटरी वालों को आसान शर्तों और किस्तों पर 10 हजार रुपये तक का कर्ज दिया जाता है। इस योजना के तहत अब तक 10.12 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं और 3.42 से ज्यादा आवेदनों को मंजूरी दी जा चुकी है। अब तक 87,193 लोगों को इस योजना के तहत ऋण दिया जा चुका है।

 


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