मिशन सागर: आईएनएस ऐरावत ने थाईलैंड को सौंपे 300 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर

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कोरोना संकट से जूझ रहे पिछड़े देशों को सहायता देने के लिए भारत ने चलाया अभियान

 मिशन ‘सागर-II’ के तहत जिबूती, इंडोनेशिया और वियतनाम को दी जा चुकी है राहत सामग्री



नई दिल्ली, 04 सितंबर (हि.स.)। अफ्रीका के पिछड़े देशों की मदद के लिए चल रहे मिशन ‘सागर-II’ के तहत जिबूती, इंडोनेशिया और वियतनाम को राहत सामग्री आपूर्ति करने के बाद अब भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस ऐरावत थाईलैंड के सट्टाहिप बंदरगाह पहुंचा है। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अनुमानित आवश्यकता के आधार पर भारत की ओर से भेजे गए 300 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर थाईलैंड सरकार को एक समारोह में सौंपे गए।

आईएनएस ऐरावत को दक्षिण पूर्व एशिया में भारत सरकार की ओर से शुरू किए गए मिशन सागर (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फ़ॉर ऑल इन द रीजन) के तत्वावधान में उन मित्र देशों को कोविड राहत देने के लिए तैनात किया गया है, जो कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं। वर्तमान तैनाती में जहाज ने थाईलैंड पहुंचने से पहले इंडोनेशिया और वियतनाम को कोविड राहत सामग्री पहुंचाई है।

एक लैंडिंग शिप टैंक (लार्ज) क्लास का जहाज़ आईएनएस ऐरावत पूर्वी नौसेना कमान के तहत विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसैनिक बेड़े का एक हिस्सा है । जहाज को स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया है और इसे प्रतिकूल तटों पर सैन्य वाहनों और कार्गो को शामिल करने के लिए बनाया गया है। उनकी अन्य भूमिका में मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) शामिल है। इस प्रकार यह जहाज़ इस मिशन के लिए पसंदीदा रहा है। इस जहाज ने अप्रैल, 2021 से कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए देश के प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लिया है।

भारत सरकार के दृष्टिकोण सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना इस क्षेत्र के देशों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रही है। भारतीय नौसेना दक्षिण, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी अफ्रीका सहित महासागर की संपूर्ण सीमा तक कई मानवीय मिशनों में सबसे आगे रही है।


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