नई दिल्ली, 12 नवम्बर (हि.स.)। प्राकृतिक आपदाओं और कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भारत लगातार कोशिश कर रहा है। अफ्रीका के पिछड़े देशों की मदद के लिए भारत की तरफ से मिशन ‘सागर-II’ चलाया जा रहा है। इसी के तहत भारतीय नौसेना के पोत आईएनएस ऐरावत ने जिबूती देश को भारत की ओर से भेजी गई खाद्य सामग्री सौंपी।
आईएनएस ऐरावत जिबूती के लोगों के लिए खाद्य सहायता लेकर पोर्ट ऑफ जिबूती पहुंचा। बंदरगाह पर ही एक समारोह आयोजित किया गया, जिसमें जिबूती के सामाजिक मामलों के मंत्रालय के महासचिव इफरा अली अहमद ने भारत की तरफ से खाद्य सहायता स्वीकार की। समारोह में जिबूती में भारत के राजदूत अशोक कुमार और आईएनएस ऐरावत के कमांडिंग ऑफिसर प्रसन्न कुमार भी मौजूद थे। मिशन सागर-II प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत चलाया जा रहा है जिसके तहत भारत सरकार और नौसेना पिछड़े मुल्कों को आपदा और महामारी के दौर में हर संभव मदद कर रही है। यह मिशन भारत के समुद्री पड़ोसियों के साथ रिश्तों के महत्व को भी रेखांकित करता है जिससे मौजूदा संबंधों को और अधिक मजबूती मिल सके।
भारतीय नौसेना रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय तथा भारत सरकार की अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय बना कर इस मिशन को आगे बढ़ा रही है। भारत सरकार ने सूडान, दक्षिण सूडान, जिबूती और इरिट्रिया के लिए 270 मीट्रिक टन खाद्य सामग्री भेजी है। इसमें 155 मीट्रिक टन आटा, 65 मीट्रिक टन चावल और 50 मीट्रिक टन चीनी शामिल है। भारत हमेशा अफ्रीका के लोगों और देशों के साथ खड़ा रहा है और विकास, क्षमता निर्माण और मानवीय सहायता कार्यक्रमों में सहयोग किया है। इससे पहले आईएनएस ऐरावत ने 06 नवम्बर, 2020 को पोर्ट मासवा, इरीट्रिया पहुंचकर मानवीय सहायता पहुंचाई थी। एरीट्रिया में भारत के राजदूत सुभाष चंद ने यह खाद्य सामग्री उत्तरी समुद्री क्षेत्र के गर्वनर और एरीट्रिया के नौसेना अधिकारियों को सौंपी थी।
इससे पहले मई-जून 2020 में शुरू किए गए पहले ‘मिशन सागर‘ के तहत भारतीय नौसेना के जहाज केसरी को विशेष ‘कोविड रिलीफ मिशन‘ पर भेजा गया था। दक्षिणी हिन्द महासागर क्षेत्र के पांच मित्र देशों मालदीव, मॉरीशस, मेडागास्कर, कोमोरोस और सेशेल्स के लिए भारत सरकार ने भोजन और दवाइयां भेजी थीं। आईएनएस केसरी ने 12 मई को मालदीव के लोगों के लिए रमजान के मौके पर भारत की ओर से उपहार के रूप में 580 टन आवश्यक खाद्य पदार्थ पहुंचाए। 23 मई को मॉरीशस के लोगों के लिए आवश्यक दवाएं और आयुर्वेदिक दवाओं की एक विशेष खेप सौंपी। यह जहाज 30 मई को दवाओं की खेप लेकर मेडागास्कर के पोर्ट एन्टसिरानाना पहुंचा।
जहाज केसरी 31 मई को कोमोरोस पहुंचा और कोविड से संबंधित आवश्यक दवाओं की एक खेप सौंपी। यह जहाज 7 जून को अपने आखिरी पड़ाव पोर्ट विक्टोरिया, सेशेल्स पहुंचा और सेशेल्स सरकार के अनुरोध पर भेजी गई आवश्यक चिकित्सा सामग्री की दूसरी खेप सेशेल्स सरकार को सौंपी। आईएनएस केसरी ‘मिशन सागर’ के तहत दक्षिणी हिन्द महासागर क्षेत्र के पांच देशों की यात्रा करके 55 दिनों के बाद 28 जून को भारत (कोच्चि) लौटा था।