शिया व सुन्नी वक्फ बोर्ड के कामकाज अब शासन के अधीन : मोहसिन रजा

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कार्यकाल खत्म होने के बाद दोनों बोर्ड में हुए भ्रष्टाचार की जांच में आएगी तेजी: मंत्री



लखनऊ, 21 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने कहा है कि शिया व सुन्नी वक्फ बोर्ड के कार्यकाल खत्म होने के बाद अब दोनों बोर्ड के कामकाज शासन के अधीन होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों बोर्ड में हुए भ्रष्टाचार की जांच में भी अब तेजी आएगी।
मंत्री ने कहा कि शिया वक्फ बोर्ड का कार्य अब वहां के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ नसीम हसन की देखरेख में संचालित होगा। उन्होंने बताया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के काम पहले से ही उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुऐब अहमद द्वारा संचालित किया जा रहा है। वक्फ राज्य मंत्री ने बताया कि सरकार के निर्देश दोनों बोर्ड के सीईओ के माध्यम से ही लागू होंगे।
दरअसल शिया वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 18 मई को पूरा हो गया। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने 2015 में पदभार संभाला था। वहीं, सुन्नी वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 31 मार्च को ही खत्म हो चुका है। हालांकि लॉकडाउन के चलते दोनों बोर्ड का गठन होना अभी मुश्किल लग रहा है। ऐसे में तब तक दोनों बोर्ड प्रदेश सरकार के अधीन रहेंगे और दोनों में ही जरूरी प्रशासनिक कार्य मुख्य कार्यकारी अधिकारी निपटाते रहेंगे। हालांकि, दोनों ही बोर्ड में नीतिगत निर्णय नहीं हो सकेंगे।
वक्फ राज्य मंत्री मोहसिन रजा का कहना है कि कार्यकाल खत्म होने के बाद अब दोनों बोर्ड में हुए भ्रष्टाचार की जांच में तेजी आएगी। मंत्री के अनुसार दोनों वक्फ बोर्ड के पिछले अध्यक्षों के कार्यकाल में भ्रष्टाचार की बहुतायद शिकायतें मिलती रहीं। उन्होंने कहा कि दोनों वक्फ बोर्ड को जल्द ही मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल से भी जोड़ा जाएगा, ताकि लोग अपनी शिकायतें आसानी से भेज सकें। उन्होंने बताया कि कोरोना संकट से निपटारें के बाद नए बोर्ड के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।

 


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