नई दिल्ली, 27 नवम्बर (हि.स.)। नौसेना का ट्रेनर मिग-29के लड़ाकू विमान अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एक पायलट को सुरक्षित बचा लिया गया है जबकि दूसरा लापता है। लापता पायलट को खोजने के लिए हवाई और सतह इकाइयों ने अभियान चला रखा है। नौसेना ने इस हादसे की जांच के लिए आदेश दे दिए हैं। यह विमान आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात था और इसी माह अरब सागर में चार देशों की नौसेनाओं के साथ हुए मालाबार अभ्यास में भी हिस्सा लिया था।
नौसेना प्रवक्ता के अनुसार अरब सागर में यह हादसा गुरुवार शाम 5 बजे उस वक्त हुआ जब नौसेना का ट्रेनर मिग-29के लड़ाकू विमान विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य से परिचालन करते समय ऊंची समुद्री लहरों के बीच नीचे जा रहा था। इस विमान को एक ट्रेनर एयरक्राफ्ट की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था। लड़ाकू विमान के एक पायलट को ढूंढ लिया गया है जबकि दूसरे पायलट को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। समुद्री इलाके में हवा और पानी में ऑपरेशन चलाकर पायलट की तलाश की जा रही है। नौसेना ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
यह पिछले 12 महीनों में मिग-29के साथ तीसरी दुर्घटना है। इससे पहले जनवरी, 2018 में गोवा में आईएनएस हंसा से उड़ान भरने के दौरान रनवे से दूर जाने के कारण एक मिग-29 के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। इसी साल 8 मई को वायुसेना का मिग-29 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें पायलट को सुरक्षित निकाल लिया गया था। इसी साल 23 फरवरी को सुबह लगभग 10.30 बजे एक नियमित प्रशिक्षण के दौरान एक मिग-29के लड़ाकू विमान तकनीकी खराबी के बाद गोवा तट से नीचे चला गया था। इस हादसे में भी विमान के पायलट को सुरक्षित निकाल लिया गया था। इस दुर्घटना की जांच के लिए नौसेना ने आदेश दिया था। इसी साल हुईं पिछली दो दुर्घटनाओं की जांच अभी पूरी नहीं हो पाई कि तीसरा मिग-29के दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
भारत ने विमान वाहक आईएनएस विक्रमादित्य से संचालित करने के लिए रूस से 45 मिग-29के विमान अधिग्रहण किये थे जिन्हें नवम्बर, 2013 में नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया था।