इलाहाबाद और इंडियन बैंक की विलय में हो सकती है देरी: रिपोर्ट
नई दिल्ली, 28 मार्च (हि.स.)। कोविड-19 की से देशव्यापी लॉकडाउन है इसकी वजह से इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक की विलय प्रक्रिया में थोड़ी देरी हो सकती है। इलाहाबाद बैंक के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
इलाहाबाद बैंक के अधिकारी ने कहा कि एक अप्रैल से बेसिक बैंकिंग ट्रांजेक्शन की शुरुआत हो जाएगी। दरअसल एक अप्रैल, 2020 बैंकों के विलय की प्रभावी तारीख है। अधिकारी ने कहा कि लंबे वक्त के लॉकडाउन की वजह से विलय प्रक्रिया पूरा होने में थोड़ा विलंब हो सकता है। लेकिन, नकदी जमा करने, पैसे की निकासी और रुपये का हस्तानांतरण का काम 1 अप्रैल से शुरू हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस विलय योजना के अनुसार इंडियन बैंक के 115 शेयरों को इलाहाबाद बैंक के 1,000 शेयरों से एक्सचेंज किया जाएगा। अधिकारी ने साथ ही कहा कि विलय प्रक्रिया पूरी होने के बाद इलाहाबाद बैंक अपने एनएससी बोस रोड स्थित ऐतिहासिक मुख्यालय के बिल्डिंग को खाली कर देगा और नजदीकी परिसर में शिफ्ट कर जाएगा।
दरअसल इस विलय प्रक्रिया के पूरा हो जाने के बाद बैंक के कुल कारोबार का आकार 8.40 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा। लेकिन किसी भी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी और इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक व सीइओ विलय के बाद गठित होने वाले बैंक के नए प्रमुख होंगे। दरअसल केंद्र सरकार ने पिछले सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों के विलय का ऐलान किया था, जिसे हाल ही में कैबिनेट ने मंजूरी भी दे दी है।