लॉस-एंजेल्स, 23 अगस्त (हि.स.)। अमेरिका ने एक बार फिर दोहराया है कि जम्मू कश्मीर के मामले में अनुछेद 370 का हटाया जाना भारत का एक अंदरूनी मामला है लेकिन क्षेत्र में शांति व्यवस्था की स्थापना और मानवीय अधिकार एक अहम मुद्दा है। गुरुवार को व्हाइट हाउस के एक उच्चाधिकारी के हवाले से कहा गया है कि इस संदर्भ में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फ्रांस में जी-सात देशों की बैठक मे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से बातचीत करना चाहेंगे।
जी सात देशों की बैठक फ्रांसीसी लोकप्रिय समुद्री रिसॉर्ट ‘बीयर्रिट्ज’ में शनिवार से हो रही है। इस बैठक में वैश्विक अर्थव्यवस्था, लिंग समानता, पर्यावरण संतुलन और डिजिटल इकोनॉमी के अलावा अन्य विषयों पर चर्चा होगी।
इस बैठक मे ट्रम्प की मुलाक़ात मोदी के अलावा इंग्लैंड के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, जर्मनी की एंजेला मर्केल और मेजबान फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों के अलावा जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से होनी तय है।
उल्लेखनीय है कि कश्मीर मामले में अनुछेद 370 हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ट्रम्प की पहली मुलाकात होगी। व्हाइट हाउस अधिकारी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के आपसी संबंधों को लेकर बैठक में चर्चा हो सकती है। इसलिए ट्रम्प की कोशिश होगी कि वह प्रधानमंत्री मोदी से ख़ुद उनकी ज़ुबानी बात सुनें। ट्रम्प की यह भी कोशिश होगी कि क्षेत्र में तनाव को कैसे दूर किया जा सकता है और कश्मीर में मानवीय अधिकारों का संरक्षण कैसे हो सकता है।