चिकित्सकों की हड़ताल का देशव्यापी असर, दिल्ली के एम्स में भी ओपीडी प्रभावित

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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर रविवार रात तक पश्चिम बंगाल में आंदोलनरत चिकित्सकों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो सोमवार को देशभर में आउटडोर सेवा बंद रखी जाएगी।



कोलकाता, 17 जून (हि.स.)। कोलकाता के नीलरतन सरकार (एनआरएस) अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों पर गत 10 जून को हमले के बाद शुरू हुए आंदोलन के सातवें दिन सोमवार को इसका देशव्यापी असर देखने को मिला है। दिल्ली के एम्स में डॉक्टरों ने सोमवार को आउटडोर बंद रख जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन को समर्थन की घोषणा की थी। एम्स में सुबह से ही यहां बाहरी रोगियों के लिए बहिर्विभाग बंद रखा गया है।
इसके साथ ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर रविवार रात तक पश्चिम बंगाल में आंदोलनरत चिकित्सकों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो सोमवार को देशभर में आउटडोर सेवा बंद रखी जाएगी। इसी चेतावनी के अनुसार सुबह छह बजे से सभी राज्यों के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में आउटडोर बंद रखा गया है, जिसकी वजह से चिकित्सा सेवा प्रभावित हुई है। इससे देशभर में रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

राज्य में सातवें दिन भी जारी है गतिरोध

 पश्चिम बंगाल में तो हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। सातवें दिन भी यहां के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों ने कामकाज बंद रखा है। कोलकाता के एनआरएस अस्पताल में तो आउटडोर विगत सात दिनों से बंद है। इसके साथ ही यहां आपातकालीन सेवाएं भी सामान्य नहीं है। राज्य भर के विभिन्न अस्पतालों में 700 से अधिक वरिष्ठ चिकित्सकों के इस्तीफा दिए जाने की वजह से रोगियों को किसी तरह का कोई पुख्ता इलाज नहीं मिल रहा है। राजधानी के एसएसकेएम अस्पताल में आपातकालीन विभाग तो खुला है लेकिन आउटडोर बंद है। पैथोलॉजी, एक्सरे, गायनेकोलॉजी, और हेमेटोलॉजी जैसे महत्वपूर्ण विभाग भी बंद रखे गए हैं।
कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज (सीएनएमसी) और मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी इसी तरह के हालात हैं। चितरंजन नेशनल मेडिकल कॉलेज, एमआर बांगुर अस्पताल, संभूनाथ पंडित हॉस्पिटल तथा अन्य सरकारी अस्पतालों में भी सेवाएं सामान्य नहीं हैं। इसके अलावा सभी जिलों के सरकारी जिला अस्पतालों तथा राज्य भर के 14 मेडिकल कॉलेजों में भी आउटडोर सेवा बंद रखी गई है। लगातार सात दिनों से चिकित्सकों के इस आंदोलन की वजह से राज्य भर के लाखों लोग रोज गंभीर बीमारियों से पीड़ित होकर भी बिना इलाज दर-दर भटकने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान की वजह से सोमवार को अधिकतर गैर सरकारी अस्पतालों के आउटडोर भी बंद रखे गए हैं, जिसकी वजह से आज स्वास्थ्य संकट सबसे अधिक गहराया है। हालांकि शाम तक इसके समाधान की उम्मीद है।

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