क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद से कोरोना टेस्ट कराने को कहा
नई दिल्ली, 20 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से फैले कोरोना को लेकर एफआईआर दर्ज हुए 20 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक मौलाना साद क्राइम ब्रांच की जांच में शामिल नहीं हुआ। क्राइम ब्रांच ने अब वकील द्वारा से मौलाना साद को निर्देश दिया है कि वह अपना कोरोना टेस्ट करवाएं। इस जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही क्राइम ब्रांच की टीम उससे आमने सामने पूछताछ करेगी।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार निजामुद्दीन स्थित मरकज से 2361 जमातियों को बाहर निकाला गया था। इनमें से 1100 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव निकल चुके हैं। कई जमातियों की मौत भी हो चुकी है। क्राइम ब्रांच ने इस घटना को लेकर बीते 31 मार्च को एफआईआर दर्ज की थी। इस एफआईआर में मरकज प्रमुख मौलाना साद सहित सात लोगों को आरोपी बनाया गया था। इस एफआईआर के दर्ज होने पर मौलाना साद स्वंय क्वारन्टीन में चले गए थे।
कोरोना टेस्ट करा पुलिस के सामने हों पेश
मौलाना साद बीते 14 अप्रैल को अपना क्वारन्टीन पूरा कर चुके हैं, लेकिन अभी तक वह पुलिस की जांच में शामिल नहीं हुए हैं। जांच में शामिल होने से पहले उन्होंने क्राइम ब्रांच को पत्र लिखकर उनसे एफआईआर की कॉपी मांगी है। इस मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को निर्देश दिया हैं कि वह अपना कोरोना टेस्ट जल्द से जल्द करवाएं जो उन्होंने अभी तक नहीं करवाया है। इस टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही क्राइम ब्रांच की टीम यह तय करेगी कि उनसे आगे पूछताछ आमने-सामने करनी है या नहीं। अगर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो क्राइम ब्रांच उनके उपचार होने तक इंतजार करेगी।
17 लोगों से पूछताछ कर चुकी क्राइम ब्रांच
मरकज मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद सहित 18 लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था। इनमें से मौलाना साद के तीन बेटों सहित 17 लोगों के साथ क्राइम ब्रांच पूछताछ कर चुकी है। मौलाना साद अभी तक पुलिस के समक्ष ना तो पेश हुए हैं और ना ही संतोषजनक जवाब दिए हैं। उधर मौलाना साद के अधिवक्ता का दावा है कि वह जांच में पूरी तरीके से सहयोग करने को तैयार हैं।