मौलाना साद पर हाथ डालने से बच रही है दिल्ली पुलिस !
नई दिल्ली, 22 अप्रैल (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच मौलाना साद पर हाथ डालने से परहेज कर रही है। पुलिस का कहना है कि मौलाना साद तथा अन्य आरोपितों से पूछताछ को लेकर जल्दी नहीं है। उधर मौलाना साद अपने बचाव में वकीलों की फौज तैयार कर रहा हैं। जो आने वाले दिनों में कोर्ट का दरवाजा खटखटा अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगा सकते है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मौलाना साद की कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए लीगल टीम में एडवोकेट अहमद खान, फजुैल अहमद अय्यूबी, मुशरर्फ अली और फहीमुदीन अहमद खान शामिल हैं। चारों वकील तब्लीगी जमात के लीगल एडवाइजर बनाए गए हैं, जबकि मरकज के प्रवक्ता और अधिवक्ता शाहिद अली पहले से ही उनकी पैरवी कर रहे हैं। बताया गया कि वकीलों की टीम तैयार करने के लिए मौलाना साद को इसलिए जरूरत पड़ी क्योंकि उसे क्राइम ब्रांच आयकर विभाग तथा प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) को जवाब देना है।
सूत्रों का कहना है कि क्राइम ब्रांच जांच के शुरुआती दौर से मौलाना साद के प्रति नरम रवैया अपनाए हुए है। उसे गिरफ्तारी से बचने और कोर्ट में अपना पक्ष रखने को लेकर मौका दिया जा रहा है। दिल्ली पुलिस मरकज मामले में मौलाना साद को पूरा सहयोग कर रही है। पहले क्वारेंटाइन के नाम पर उन्हें गिरफ्तारी से बचाया गया और अब कोरोना टेस्ट के मसले पर पूरी मोहलत दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि क्राइम ब्रांच इससे पहले भी कई ऐसे मुद्दों पर जांच बड़ी धीमी गति से की है। चाहे वह जेएनयू में मारपीट के मुद्दा हो या फिर जामिया हिंसा तथा दिल्ली दंगों की जांच। इन तीनों महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर क्राइम ब्रांच अब तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है।