नई दिल्ली, 10 नवम्बर (हि.स.)। सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) में मैच फिक्सिंग के आरोप में एक और गिरफ्तारी की है। सीसीबी ने अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाज सय्यम को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। वह हरियाणा का रहने वाला है। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। इससे पहले इस मामले में भारतीय क्रिकेटर निशांत सिंह शेखावत सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं।
केपीएल में आईपीएल की तर्ज पर स्पॉट फिक्सिंग का खुलासा होने के बाद भारी बवाल मचा हुआ है। सीसीबी का कहना है कि बरेली टस्कर्स और हुबली टाइगर्स की टीम के बीच 31 अगस्त 2019 को हुए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई। बल्लेबाज सीएम गौतम और अबरार काजी ने 20 लाख रुपये लेकर धीमी बल्लेबाजी की। सीसीबी इन दोनों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सीएम गौतम आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम में तीन सीजन खेल चुके हैं। वह कर्नाटक और गोवा की रणजी टीम में भी रहे हैं। अबरार काजी कर्नाटक रणजी टीम का हिस्सा रहे हैं।
निशांत सिंह शेखावत पर सटोरियों के संपर्क में रहने और बेंगलोर ब्लास्टर्स के बॉलिंग कोच वीनू प्रसाद पर खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग के लिए मनाने की कोशिश का आरोप है। शेखावत पर 2018 में हुए केपीएल में बेंगलोर और बेलगावी टीम के बीच खेले गए मुकाबले में पांच लाख रुपये लेकर धीमी बल्लेबाजी करने का आरोप है। मैच फिक्सिंग के इस प्रकरण में टीम बेलगावी पैंथर्स के मामलिक अली, वीनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथन सलाखों के पीचे जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग में टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत सजा का सामना कर चुके हैं। मैच फिक्सिंग पर पाकिस्तान के गेंदबाज शोएब अख्तर स्वीकार कर चुके हैं कि उन्हें सटोरियों ने मर्सिडीज कार और करोडों रुपये का प्रलोभन दे चुके हैं।