नई दिल्ली/देहरादून, 14 जून (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अक्टूबर में मसूरी टनल की आधारशिला रखेंगे। इसके निर्माण में 700 रुपये खर्च होगे। किमाड़ी मोटर मार्ग के लिए केंद्रीय सड़क निधि से सहयोग मिलेगा। यह जानकारी राज्य के काबीना मंत्री गणेश जोशी ने दी। वह मंत्री बनने के बाद पहली बार केंद्रीय नेताओं से मुलाकात के सिलसिले में दिल्ली प्रवास पर हैं। गणेश जोशी ने केंद्रीय सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से नई दिल्ली स्थित परिवहन भवन में मुलाकात की।
गणेश जोशी ने कहा है कि मसूरी टनल के निमार्ण कार्य का उद्घाटन करने के आमंत्रण पर केंद्रीय मंत्री ने अक्टूबर में आने की हामी भरी है। इस दौरान गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री को केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति भेंट की। साथ ही मसूरी में बनने वाली तकरीबन 2.74 किलोमीटर लम्बी टनल को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से हरी झंडी देने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
उन्होंने, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बताया कि वैश्विक पर्यटन मानचित्र में ‘‘पहाड़ों की रानी’’ के नाम से विख्यात मसूरी देहरादून से 34 किलोमीटर दूर है। लाखों पर्यटक प्रतिवर्ष मसूरी आते हैं। जाम की वजह से पर्यटकों पर नकारात्मक असर पड़ रहा था। मसूरी को टनल के रूप में दिया गया यह अमूल्य उपहार न सिर्फ मसूरी नगर बल्कि उत्तरकाशी जनपद के निवासियों के लिए भी नई सम्भावनाओं के द्वार खोलेगा। यह टनल मसूरी नगर तथा उत्तराखंड में पर्यटन विकास संभावनाओं एवं रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी।
खादी के बंद पड़े प्रशिक्षण एवं प्रर्दशनी केन्द्रों का होगा पुनरोद्धार
राज्य के एमएसएमई मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष राज्य की लघु एवं मध्यम व नैनो उद्यामों से जुड़ी दिक्कतों पर सहयोग की मांग की। केंद्रीय मंत्री द्वारा हर संभव सहयोग का वादा किया गया। साथ ही खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के चम्बा, श्रीनगर, अल्मोड़ा, कालाढुंगी इत्यादि नगरों में बन्द पड़े प्रशिक्षण केन्द्रों व उत्पादन इकाइयों के पुनरोद्धार के लिए केन्द्र सरकार से सहयोग की मांग की। इस पर केंद्रीय मंत्री ने प्रस्ताव भेजने पर स्वीकृत दिलाने का आश्वासन दिया।
इसके अलावा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के मसूरी के किमाड़ी क्षेत्र की सड़क के निमार्ण के लिए प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आश्वस्त किया कि केंद्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) के माध्यम से सहयोग किया जाएगा।