हमीरपुर, 28 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिला मुख्यालय में गुरुवार रात एक ही परिवार के पांच लोगों की सामूहिक हत्या को लेकर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस वारदात की तह तक जाने के लिए पुलिस ने परिवार के ही दो लोगों समेत तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शुक्रवार तड़के घटनास्थल से पांचों शवों को पुलिस ने पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इतनी बड़ी वारदात से यहां समूचे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
गुरुवार रात हमीरपुर के रानी लक्ष्मीबाई मुहाल में कानपुर-सागर नेशनल हाईवे-34 पर नूर बख्श की मां शफीना (85) पत्नी नोखेलाल, पुत्र रईस (27) बहु रोशनी (25) पत्नी रईस, नातिन आलिया (05) पुत्री रईस एवं रईस की भानजी रोशनी (15) को धारदार हथियार और पत्थर से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। घटना से पूर्व नूर बख्श बड़े बेटे नफीस व पत्नी के साथ किसी कार्यक्रम में बागी गांव गया था। वह जैसे ही रात में अपने घर लौटा तो घर में सभी के शव देख बेसुद होकर गिर पड़ा। घटना की सूचना पाकर सदर कोतवाल और सीओ सदर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। बाद में पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पहुंचे।
सामूहिक हत्याकांड की खबर पाते ही डीआईजी चित्रकूटधाम बांदा ने घटनास्थल का दौरा किया। देर रात कानपुर से खोजी कुत्ते (डॉग स्क्वायड) एवं फोरेसिंक टीम ने यहां आकर जांच की लेकिन हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिल सका। पूरी रात पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर डेरा डाले रहे। हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक ने कई टीमें गठित की है।
स्वॉट टीम के निरीक्षक बृजेश चन्द्र यादव ने भी टीम के साथ घटनास्थल की जांच पड़ताल की।
शुक्रवार तड़के पुलिस ने पांचों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। नूर बख्श की तहरीर पर सदर कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
सदर कोतवाल केपी सिंह ने बताया कि घटना की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वारदात को अंजाम देने वाले परिवार के लोग हो सकते हैं। इसलिए नूर बख्श की दूसरी पत्नी के पुत्र शानू समेत कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। एक बाहरी व्यक्ति को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस की टीमें लगातार घटना की जांच-पड़ताल कर रही है।
नूर बख्श ने दो शादी की थी। पहली पत्नी से रईस, नफीस व तीन लड़कियां है। दूसरी पत्नी से एक पुत्र शानू है। दूसरी पत्नी का पुत्र पारिवारिक झगड़े के कारण हमीरपुर नगर के कालपी चौराहे के पास रहता है। नूर बख्श कलेक्ट्रेट से रिटायर्ड होकर अपने दो पुत्रों और परिवार के साथ रानी लक्ष्मीबाई मुहाल में रहता है।
सूत्रों की मानें तो हाईवे किनारे बहुमंजिले मकान को लेकर घर में कुछ झगड़ा चल रहा था। मृतक रईस ट्रक चालक था। सौतेला भाई शानू भी ट्रक ड्राइवर है। बड़ा पुत्र नफीस मिस्त्री है, जो अविवाहित है।
घटनास्थल से लेकर हाइवे तक सूंघते रहे खोजी कुत्ते
कानपुर से आये खोजी कुत्ते देर रात घटनास्थल पर छोड़े गये। कुत्ता पहले घर के अंदर गया फिर थोड़ी ही देर में वह घटनास्थल के सामने हाईवे तक पहुंचकर रुक गया। घटनास्थल के पास ही एक और जगह पर सूंघता हुआ रुक गया। पास हाइवे किनारे एक पेड़ के पास भी कुत्ता रुका जमीन सूंघते हुए काफी देर तक इधर से उधर घूमता रहा लेकिन कोई भी सुराग नहीं चल सका।
सरकार के दर्जा प्राप्त मंत्री भी पहुंचे घटनास्थल
एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की खबर पाते ही उत्तर प्रदेश सरकार के दर्जा प्राप्त मंत्री बाबूराम निषाद एवं भाजपा जिलाध्यक्ष संत विलास शिवहरे भी घटनास्थल पहुंचे। सभी ने पीड़ितों को सांत्वना देकर इस कांड का खुलासा जल्द कराए जाने का आश्वासन दिया। मंत्री ने कहा कि यह हृदय विदारक घटना है, जिसके खुलासे के लिये पुलिस प्रशासन मौजूद है।