जब तक लड़ती रहूंगी जब तक भारत को ओलंपिक में स्वर्ण नहीं दिला देती: मैरी कॉम
नई दिल्ली, 1 अप्रैल (हि.स.)। भारत को छह बार विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जिताने वाली एमसी मैरीकॉम ने बुधवार को कहा कि उनका सपना ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतना है और उसके लिए वह अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगी। मैरी ने कहा वे तब तक लड़ती रहेंगी जब तक वह अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेती।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के लिए एक फेसबुक लाइव सत्र में मैरी ने कहा, ‘मेरे लिए पहले स्थान पर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना बहुत मुश्किल था। मेरा ध्यान ओलंपिक खेलों में भारत के लिए स्वर्ण जीतना है। मैं इस उम्र में भी वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहीं हूं।’
मैरी ने आगे कहा, ‘विश्व चैंपियनशिप या ओलंपिक में मुझे हासिल करने के लिए कोई गुप्त मंत्र नहीं है। मैं तब तक लड़ती रहूंगी जब तक ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण नहीं जीतती और मैं हार नहीं मानूंगी।’
कोरोना वायरस के चलते टोक्यो ओलंपिक अब अगले साल 2021 में 23 जुलाई से 9 अगस्त तक होंगे।
इस बीच क्वारांटाइन में समय बिताने को लेकर मैरी ने कहा, ‘भले ही मैं क्वारंटाइन में हूं, लेकिन मैं घर पर भी अपनी तैयारियां लगातार कर रही हूं। मैं उतना ही फिट रहने की कोशिश कर रही हूं जितना की लक्ष्य हासिल करने के लिए जरूरी है। कभी-कभी यह मुश्किल हो जाता है, लेकिन मैं अपने परिवार के साथ अपने समय का आनंद ले रही हूं। मुझे अपने सपने को पूरा करने के लिए देश का प्यार और आशीर्वाद चाहिए।’
बता दें, मैरी ने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल किया था। वहीं, रियो ओलंपिक 2016 में मैरी क्वालीफाई नहीं कर पाईं थी।