माओवादियों ने सपा नेता पुनेम के हत्या की जिम्मेदारी ली.

0

माओवादियों ने प्रेस नोट में लिखा है कि संतोष पुनेम ने साल 2005 से बड़े दलाल, नौकरशाह, पूंजीपति, साम्राज्यवादी, भूस्वामी, इनकॉर्पोरेट वर्गों के फायदे के लिए बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा सहित कुछ जनविरोधी नेताओं के साथ फांसीवाद सलवा जुड़ूम सैनिक अभियान को शुरू कर गांवों में आम जनता पर दमन कानून चलाया है।



जगदलपुर, 20 जून (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक उम्मीदवार रहे संतोष पुनेम का अपहरण कर हत्या के बाद माओवादी संगठन पीएलजीए ने प्रेस नोट जारी कर संतोष पुनेम को जनविरोधी ठहराते हुए अन्य ठेकेदारों को भी चेतावनी दी है।
माओवादियों ने प्रेस नोट में लिखा है कि संतोष पुनेम ने साल 2005 से बड़े दलाल, नौकरशाह, पूंजीपति, साम्राज्यवादी, भूस्वामी, इनकॉर्पोरेट वर्गों के फायदे के लिए बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा सहित कुछ जनविरोधी नेताओं के साथ फांसीवाद सलवा जुड़ूम सैनिक अभियान को शुरू कर गांवों में आम जनता पर दमन कानून चलाया है।
प्रेस नोट में लिखा है कि इस दमनकारी नीति को जोरों से चलाते हुए जंगल के जानवरों का तीर धनुष से शिकार किया, साथ ही बेकसूर ग्रामीणों की भी हत्या की। जनविरोधी संतोष पुनेम ने साम्राज्यवादियों के एजेंट महेंद्र कर्मा का साथ देते हुए बीजापुर जिले के उसूर, भोपालपट्टनम ब्लॉक के लोगों पर जुल्म करते हुए मारपीट, सलवा जुड़ूम मीटिंग करने जैसे जनविरोधी काम किया है। सभाओं में जनता को जबरन बुलाकर माओवादियों से दूर रहने को कहा गया। इस जुड़ूम को हराने के क्रम में पीएलजीए जनता ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनके प्रयास को नाकाम कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि माओवादियों ने समाजवादी पार्टी नेता संतोष पुनेम का अपहरण कर हत्या कर दी थी। घटना को अंजाम देने के बाद माओवादियों ने आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद सपा नेता के परिजन उनका शव लेने घटना स्थल पहुंचे लेकिन माओवादियों ने उन्हें शव देने से इनकार कर दिया। काफी मिन्नतों के बाद परिजनों को शव सौंपा गया था।

 


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *