नई दिल्ली, 01 जुलाई (हि.स.)। आम बजट से पहले सरकार को मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ के र्मोचे पर जोरदार झटका लगा है। दरअसल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के ग्रोथ की रफ्तार जून में मध्यम रही है। देश के ग्रोथ की रफ्तार में आई यह कमी नए ऑर्डर की संख्या में वृद्धि में गिरावट, प्रोडक्शन और रोजगार के सृजन में कमी से हुई है। यह जानकारी सोमवार को एक मासिक सर्वेक्षण में दी गई। मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) जहां जून महीने में 52.1 रहा, जो कि मई में तीन महीने के उच्च स्तर 52.7 के मुकाबले कम है।
उल्लेखनीय है कि यह लगातार 23वां महीना है, जब मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 50 के आंकड़े से ऊपर रहा है। पीएमआई का आंकड़ा 50 से ऊपर रहने पर क्षेत्र में विस्तार का संकेत होता है, जबकि ये नीचे रहने पर संकुचन को दर्शाता है। आईएचएस मार्केट इंडिया के सर्वे के मुताबिक उपभोक्ता वस्तुएं ग्रोथ का अहम स्रोत रही हैं, जिससे बिक्री, उत्पादन एवं रोजगारों में वृद्धि दर्ज की गई। वहीं इंटरमीडिएट गुड्स कैटेगरी में उत्पादन और नए ऑर्डर्स में मामूली वृद्धि दर्ज की गई लेकिन रोजगारों में स्थिरता रही है।