आत्महत्या की योजना बीमारी से परेशान सांसद सात दिन पहले ही बना चुके थे
नई दिल्ली, 24 मार्च (हि.स)। नई दिल्ली जिले के नार्थ एवेन्यू स्थित गोमती अपार्टमेंट में खुदकुशी करने वाले भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा के संबंध में पुलिस की जांच अभी भी जारी है। हालांकि कुक और निजी सहायक से पूछताछ करने पर चौकाने वाला खुलासा हुआ। राम स्वरूप शर्मा 10 मार्च के बाद से ही खुदकुशी करने का मन बना चुके थे। यह खुलासा उनके कुक और निजी सहायक से बातचीत में हुआ है। फिलहाल पुलिस की अभी तक की जांच से पता चला है कि वह बीमारी से परेशान थे। इसी वजह से उन्होंने खुदकुशी की।
फांसी के फंदे से लटका मिला था शव
जानकारी के अनुसार, बीते 17 मार्च की सुबह हिमाचल मंडी से सांसद राम स्वरूप शर्मा का शव उनके कमरे में फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला था। कमरा अंदर से बंद था, मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़कर उनके शव को फंदे से नीचे उतारा था। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था, लेकिन कमरे से कुछ दवा बरामद हुई थीं। पुलिस को जांच में पता चला था कि सांसद को बीपी, डिप्रेशन एवं दिल की बीमारी थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया था। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में शव का अंतिम संस्कार किया था।
कर्मचारियों ने दी अहम जानकारी
इस घटना के बाद पुलिस ने जब सांसद के कर्मचारियों से बात की तो उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी मिली। सांसद के निजी सहायक (पीए) सुनील ने पुलिस को बताया कि पिछले कुछ दिनों से वह रस्सी लाने के लिए कह रहे थे। वह कई बार बोल चुके थे कि घर में कपड़े सुखाने के लिए कोई रस्सी नहीं है। इसलिए हाल ही में वह रस्सी खरीदकर लाये थे। सुनील ने पुलिस को बताया कि 17 मार्च की सुबह जब सांसद ने कमरा नहीं खोला तो उन्हें कुछ शक हुआ। उन्होंने जब देखा कि रस्सी गायब है तो मामले की जानकारी पुलिस को दी। वहीं कुक ने पुलिस को बताया कि सांसद पिछले कुछ दिनों से बार-बार उसका आभार जता रहे थे। वह कहते थे कि ‘तूने मेरी बड़ी सेवा की है, मैं तेरा कर्जदार रहूंगा।’
परिवार से नहीं था कोई विवाद
पुलिस ने खुदकुशी को लेकर सांसद के साथ जुड़े कई लोगों से पूछताछ की है। इससे यह साफ हुआ है कि पारिवारिक सदस्यों से उनका कोई विवाद नहीं था। उन्हें ब्लड प्रेशर, हार्ट और डिप्रेशन की बीमारी थी। इसके चलते वह परेशान रहते थे. पुलिस का कहना है कि उन्हें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन अभी तक की जांच से लगता है कि बीमारी से परेशान होकर ही उन्होंने खुदकुशी की है।