शुभेंदु की चुनौती के बाद ममता ने रद्द किया नंदीग्राम दौरा
कोलकाता, 28 दिसम्बर (हि. स.)। तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले राज्य के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी की चुनौती के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना नंदीग्राम जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है। दरअसल शुभेंदु अधिकारी का जनाधार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी बड़ा है और 2007 में बंगाल में हुए बहुचर्चित नंदीग्राम आंदोलन का मुख्य चेहरा थे। हालांकि उस समय पश्चिम बंगाल में वाममोर्चा का शासन था और उद्योग के लिए ग्रामीण किसानों की जमीन सरकार ने जबरन अधिग्रहण की कोशिश की थी। इसके खिलाफ बड़े पैमाने पर हजारों लोगों ने आंदोलन में हिस्सा लिया था। इसके सूत्रधार शुभेंदु अधिकारी ही थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तब विपक्ष की नेत्री के रूप में आंदोलन का मुख्य चेहरा भले ही थीं लेकिन जनाधार जुटाने से लेकर आंदोलन को रणनीतिक तरीके से चलाने में सबसे बड़ी भूमिका अधिकारी की थी। तब माकपा सरकार ने ग्रामीणों पर गोली चलवाई थी जिसमें कई निर्दोष मारे गए थे और इसी आंदोलन के बाद 2011 में राज्य की सत्ता पर ममता के आरूढ़ होने का रास्ता तय हो गया था। शुभेंदु अधिकारी के भाजपा में शामिल होने के बाद दावा किया जा रहा है कि शुभेंदु के बड़े जनाधार का लाभ भाजपा को मिलने वाला है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बननी तय है। शुभेंदु नंदीग्राम से विधायक भी थे। भाजपा में शामिल होने के पहले उन्होंने अपने विधायक पद से इस्तीफा दिया था। आंदोलन के बाद वह लगातार क्षेत्र से जीतते रहे हैं। सूत्रों के अनुसार 2021 के विधानसभा चुनाव में भी उन्हें नंदीग्राम से टिकट दिया जाएगा। उनकी जीत तय मानी जा रही है। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि वह सात जनवरी को नंदीग्राम में जनसभा करेंगी। तृणमूल दावा कर रही थी कि ममता की सभा में भारी संख्या में लोग आएंगे। उसके बाद शुभेंदु ने भी उन्हें चुनौती देते हुए कहा था कि ममता की सभा के ठीक दूसरे दिन वह भी नंदीग्राम में सभा करेंगे। भाजपा दावा कर रही थी कि ममता की तुलना में अधिक संख्या में लोग शुभेंदु की सभा में आएंगे। माना जा रहा है कि इसीलिए सीएम ने नंदीग्राम की अपनी सभा रद्द की है।
नंदीग्राम के तृणमूल नेता अबू सुफियान ने कहा कि सात जनवरी को नंदीग्राम में सभा जरूर होगी लेकिन उसमें ममता बनर्जी नहीं आएंगी बल्कि सुब्रत बख्शी संबोधन करेंगे। अब वहां मुख्यमंत्री की सभा कब होगी इस बारे में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।