कोलकाता की सड़कों पर ममता ने किया शक्ति प्रदर्शन गले में ‘जय बांग्ला’ का बैनर डाल
कोलकाता, 08 मार्च (हि.स.)। एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के सबसे बड़े ब्रिगेड परेड मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी की मेगा रैली को संबोधित किया था। अब सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कोलकाता की सड़कों पर उतरकर शक्ति प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
महंगाई के खिलाफ कोलकाता की सड़कों पर उतरी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हजारों की संख्या में उनकी पार्टी की महिलाएं मार्च कर रही हैं। ममता ने इस मार्च में भी भाजपा को ‘बाहरी’ करार देने और क्षेत्रीयता का संदेश देने की कोशिश की है। इसके लिए उन्होंने अपने गले में “जय बांग्ला” लिखा हुआ बैनर डाल रखा है।
तृणमूल सूत्रों ने बताया है कि कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर से करीब साढे चार किलोमीटर लंबा डोरीना क्रॉसिंग तक ममता बनर्जी को मार्च करना है। इसमें उनका मुख्य मुद्दा पेट्रोलियम उत्पादों के साथ-साथ रसोई गैस की बढ़ी हुई कीमतों के खिलाफ विरोध जताना है।
मुख्यमंत्री सड़क पर मार्च कर रहीं हैं जिनके पीछे हजारों महिलाओं की टीम चल रही है। इसके अलावा सड़क के दोनों तरफ आम लोग खड़े होकर मुख्यमंत्री की तस्वीरें ले रहे हैं तथा सेल्फी आदि लेने की कोशिश कर रहे हैं। उधर मुख्यमंत्री भी सड़कों पर मार्च करते हुए लोगों का अभिवादन कर रही हैं। उनके इस मार्च के लिए चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कोलकाता पुलिस और सुरक्षा में तैनात रहने वाले विशेष दस्ते के जवान कई सौ मीटर आगे-आगे दौड़ रहे हैं, जिसके बाद ममता का पीछे से पैदल मार्च करती हुई पहुंच रही हैं।
मुख्यमंत्री के पीछे मार्च कर रही महिलाओं के हाथों में भी बैनर पोस्टर हैं, जिसमें महंगाई के खिलाफ स्लोगन लिखे हुए हैं तथा जय बांग्ला का नारा लिखा गया है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन मुख्यमंत्री की यह पदयात्रा महिला मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश है।