दलितों के संघर्ष का प्रतीक है रविदास मंदिर, होना चाहिए पुनर्निर्माण : ममता

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“मैं हैरान हूं कि दिल्ली में गुरु रविदास के मंदिर को तोड़ दिया गया है और इस वजह से उनके अनुयायियों में गुस्सा भी जायज है। गुरु रविदास उस जगह पर खुद आए थे और ठहरे थे।



कोलकाता, 23 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली में तोड़े गए रविदास मंदिर का बिना देरी पुनर्निर्माण की मांग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की है। मुख्यमंत्री ने इस बारे में ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है, “मैं हैरान हूं कि दिल्ली में गुरु रविदास के मंदिर को तोड़ दिया गया है और इस वजह से उनके अनुयायियों में गुस्सा भी जायज है। गुरु रविदास उस जगह पर खुद आए थे और ठहरे थे। संत रविदास के प्रति हमारे मन में काफी श्रद्धा है। यह मंदिर दलितों के संघर्ष का प्रतीक है और इसे दोबारा बनाया ही जाना चाहिए।”
संत रविदास मंदिर को धवस्त किए जाने के खिलाफ दलितों का विरोध प्रदर्शन जारी है। बुधवार को प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था। इसके लिए पुलिस ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के साथ 50 लोगों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 10 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के तुगलकाबाद में सदियों पुराने गुरु रविदास मंदिर को ध्वस्त कर दिया था। दक्षिण-पूर्व दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि मंदिर गिराए जाने पर प्रदर्शन कर रहे लोग बुधवार शाम पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। घटना में कुछ जवानों को चोटें लगीं। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया। हिरासत में लिए गए लोगों में से एक के पास पिस्तौल मिली है।

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