मेक इन इंडिया’ गश्ती पोत ‘सक्षम’ गोवा तट पर लॉन्च

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मुंबई हमलों के बाद समुद्री सुरक्षा के लिहाज से कोस्ट गार्ड की ताकत तीन गुना बढ़ी- दूसरे बैच के पांचों पोत एक साथ भारतीय तटरक्षक बल के बेड़े में शामिल होंगे  



नई दिल्ली, 15 दिसम्बर (हि.स.)। मुंबई में 2008 के हमलों के बाद से अब समुद्री सुरक्षा के लिहाज से भारतीय तट रक्षक बल की ताकत 3 गुनी बढ़ गई ​​है। समर्थ श्रेणी के 6 अपतटीय गश्ती पोत पहले से ही इंडियन कोस्ट गार्ड के पास हैं। पांच गश्ती पोत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ दृष्टिकोण के अनुरूप स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किये गए हैं। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में स्वदेशी रूप से तैयार किया गया अंतिम और पांचवा पोत ‘सक्षम’ सोमवार को गोवा तट पर तट रक्षक बल को सौंप दिया गया। दूसरे बैच के पांचों पोत अभी भारतीय तटरक्षक बल के बेड़े में शामिल नहीं हुए हैं।

तटरक्षक बल वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन ‘तटरक्षिका’ की अध्यक्ष जयंती नटराजन ने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के महानिदेशक के नटराजन की उपस्थिति में अपतटीय गश्ती पोत ‘सक्षम’ को गोवा तट पर भारतीय तट रक्षक बल को सौंपा। मुंबई में 2008 के हमलों के बाद भारत सरकार ने भारतीय तटरक्षक बल की संपत्ति और बुनियादी ढांचे को तिगुना करने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया। तत्कालीन सरकार ने समर्थ श्रेणी के 11 अपतटीय गश्ती जहाजों का निर्माण करने का फैसला लिया। इसके बाद 1 अप्रैल 2010 को रक्षा मंत्रालय ने पहले बैच में छह अपतटीय गश्ती जहाजों का अधिग्रहण करने के लिए अधिसूचना जारी की। तकनीकी मूल्यांकन और वाणिज्यिक बोली के बाद 1800 करोड़ रुपये का अनुबंध 9 मई 2012 को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) के साथ किया गया।
पहला पोत ‘समर्थ’ 10 नवम्बर, 2015 को गोवा में, दूसरा ‘शूर’ 11 अप्रैल,2016 को मंगलौर में, तीसरा ‘सारथी’ 09 सितम्बर, 2016 को कोच्चि में, चौथा ‘शौनक’ 21 फरवरी, 2017 को विशाखापत्तनम में, पांचवा ‘शौर्य’ 12 अगस्त, 2017 को चेन्नई में और आखिरी जहाज ‘सुजय’ 21 दिसम्बर, 2017 को चेन्नई में भारतीय तटरक्षक बल में शामिल हुआ। इन सभी जहाजों के निर्माण में 62% स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल किया गया। दूसरे बैच के बाकी 5 जहाजों में बड़े बीम और अधिक शक्तिशाली इंजन लगाकर निर्माण करने के लिए अगस्त, 2016 में ऑर्डर दिया गया। मोदी सरकार ने 2000 करोड़ रुपये से बनने वाले इन पांच गश्ती जहाजों में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत पिछले बैच की तुलना में 70% से अधिक स्वदेशी सामग्री लगाने के आदेश दिए।


दूसरे बैच का पहला अपतटीय गश्ती जहाज ‘सचेत’ 21 फरवरी, 2019 को बनकर तैयार हुआ और 15 मई, 2020 को भारतीय तटरक्षक बल के बेड़े में शामिल हुआ। दूसरा जहाज ‘सुजीत’ 25 मई, 2019 को, तीसरा जहाज ‘सजग’ 14 नवम्बर, 2019 को, चौथा ‘सार्थक’ 13 अगस्त, 2020 को भारतीय तटरक्षक बल को सौंप दिया गया। स्वदेशी रूप से तैयार किये गए समर्थ श्रेणी के पांचवे और आखिरी अपतटीय गश्ती पोत ‘सक्षम’ को आज गोवा तट पर लांच किया गया। दूसरे बैच के पांचों जहाज अभी भारतीय तटरक्षक बल के बेड़े में शामिल नहीं किये गए हैं।
सभी अपतटीय गश्ती पोत 2,350 टन के विस्थापन के साथ 105 वर्ग मीटर (344 फीट 6 इंच) लम्बे हैं। इनमें इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम, इंटीग्रेटेड मशीनरी कंट्रोल सिस्टम, पावर मैनेजमेंट सिस्टम और हाई पावर एक्सटर्नल फायर फाइटिंग सिस्टम लगाया गया है। यह जहाज जुड़वां इंजन लाइट हेलीकॉप्टर और पांच हाई स्पीड बोट सहित दो पालफिंगर क्यूआरआईबी को तेज बोर्डिंग ऑपरेशन, खोज और बचाव और समुद्री गश्ती के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। यह जहाज समुद्र में तेल रिसाव संदूषण से निपटने के लिए प्रतिक्रिया उपकरण ले जाने में भी सक्षम है।

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