महाराष्ट्र :संजय राऊत पर भड़के अजीत पवार, महाविकास आघाड़ी सरकार में तनाव बढ़ा
मुंबई, 28 मार्च (हि.स.)। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने रविवार को शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे संजय राऊत के साप्ताहिक कालम पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी में तनाव पैदा करने का प्रयास न किया जाए। अजीत पवार ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री का चयन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने किया है और सभी मंत्रियों का चयन उनके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने किया है।
राकांपा के वरिष्ठ नेता अजीत पवार ने बारामती में पत्रकारों से कहा कि तीनों दल के नेताओं के सहयोग से राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार बेहतर तरीके से काम कर रही है। इसलिए कोई भी नेता आपस में एकदूसरे पर कीचड़ उछालकर माहौल खराब करने की कोशिश न करे।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने सामना में अपने कालम में लिखा था कि गृहमंत्री पद के लिए जयंत पाटील, दिलीप वलसे पाटील सहित कोई भी नेता तैयार नहीं हो रहा था। इसी वजह से शरद पवार ने गृहमंत्री का पद अनिल देशमुख को दे दिया था। अनिल देशमुख को गृहमंत्री पद की गरिमा को समझना चाहिए था। सिर्फ पुलिस की सलामी लेना, बार-बार पत्रकार वार्ता आयोजित करना गृहमंत्री का काम नहीं होता है। गृहमंत्री को सौ सुनार की तो एक लुहार की तर्ज पर काम करना चाहिए था, लेकिन अनिल देशमुख गृहमंत्री पद की मर्यादा बनाए रखने में असफल साबित हुए हैं।
गृहमंत्री देशमुख रविवार को नागपुर दौरे पर थे। उन्होंने संजय राऊत के लेख पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। पर, राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों को एक दूसरे पर इस तरह के बयान से बचना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि हाल में शिवसेना प्रवक्ता राऊत ने कांग्रेस-नीत यूपीए के नेतृत्व पर भी सवाल खड़ा किया था। इस पर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा था कि कांग्रेस के समर्थन पर ही महाविकास आघाड़ी सरकार चल रही है इसलिए कांग्रेस नेताओं का अपमान सहन नहीं किया जाएगा। इसके बाद रविवार को संजय राऊत ने राकांपा नेता एवं गृहमंत्री देशमुख पर निशाना साधा है। हालांकि अजीत पवार के बयान के बाद शिवसेना की ओर से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है।