जलवायु शिखर सम्मेलन में महाराष्ट्र सम्मानित
मुंबई, 08 नवंबर (हि.स.)। स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में चल रहे संयुक्त राष्ट्र के 26वें जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में महाराष्ट्र ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जलवायु परिवर्तन को लेकर किए गए विकास कार्यों के लिए महाराष्ट्र को अंडर 2 गठबंधन फॉर क्लाइमेट एक्शन ने इंस्पायरिंग रीजनल लीडरशिप अवार्ड प्रदान किया है। महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने राज्य की ओर से पुरस्कार ग्रहण किया।
अंडर 2 के तीन पुरस्कारों में से एक जीतने वाला महाराष्ट्र भारत का पहला राज्य है। इसके साथ ही महाराष्ट्र भी संयुक्त राष्ट्र की रेस टू जीरो इनिशिएटिव में शामिल हो गया है। महाराष्ट्र ने अंडर 2 की सभी तीन श्रेणियों- प्रेरक क्षेत्रीय नेतृत्व, रचनात्मक जलवायु समाधान और जलवायु भागीदारी के लिए प्रविष्टियां भेजी थीं। अन्य दो पुरस्कार ब्रिटिश कोलंबिया (कनाडा) ने क्रिएटिव क्लाइमेट सॉल्यूशंस के लिए और क्यूबेक (कनाडा) ने क्लाइमेट पार्टनरशिप के लिए जीते हैं।
स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित कार्यक्रम को पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने संबोधित किया। ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत का नेतृत्व करना चाहता है। मैंग्रोव का संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर देश में पहला राज्यव्यापी कार्यक्रम महाराष्ट्र ने शुरू किया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे वन्यजीव एवं पर्यावरण संरक्षणवादी हैं। उन्होंने हमें एक बेहतर सपने देखने का मौका दिया है। हमने ”माझी वसुंधरा” नामक अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि मेरा नाम आदित्य है, इसका अर्थ सूर्य है। भारत में हम ब्रह्मांड के बीज के रूप में सूर्य देव की पूजा करते रहे हैं। हमारे अधिकांश प्राचीन ग्रंथों में, सूर्य देवता एक प्राथमिक स्थान है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार स्वच्छ ऊर्जा पर बल दे रही है और थर्मल या कोयले से प्राप्त होने वाली ऊर्जा से दूर जा रही है। हाल ही में हमने एक हाइवे को सोलराइज़ किया है। हम 250 मेगावाट ऊर्जा पैदा करेंगे। हमने टेंडर डॉक्यूमेंट तैयार कर दिया है। हम मुंबई और नागपुर के बीच नए हाइवे से 250MW सोलर एनर्जी पैदा करेंगे। जलवायु को बचाने की दिशा में महाराष्ट्र प्रयास कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में 31 अक्टूबर को शुरू हुए संयुक्त राष्ट्र के 26वें जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन का 12 नवंबर को समापन हो जाएगा।