महाराष्ट्र बंद: 8 बेस्ट बसें तोड़ी गई, महाविकास आघाड़ी के सैकड़ों कार्यकर्ता हिरासत में

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मुंबई, 11 अक्टूबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश में लखीमपुर की घटना के विरोध में महाविकास आघाड़ी की ओर से सोमवार सुबह से ही समूचे राज्य में ’महाराष्ट्र बंद’ किया जा रहा है। बंद के दौरान मुंबई के मालवणी, धारावी व शिवाजी नगर में बेस्ट उपक्रम की 8 बसें तोड़ दी गई। मुंबई पुलिस ने चेंबूर सहित अन्य ठिकानों से सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।

गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि किसानों के समर्थन में महाविकास आघाड़ी की ओर से महाराष्ट्र बंद किया जा रहा है। लेकिन इस बंद में कहीं भी किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस सड़कों पर तैनात है। पुलिस अपना काम कर रही है।

मुंबई में सबसे भीड़ वाले दादर क्षेत्र में कांग्रेस तथा शिवसेना कार्यकर्ताओं की ओर से दुकानों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद करवा दिया गया। हर इलाके में महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ता बंद में शामिल होने का आवाहन कर रहे हैं। हुतात्मा चौक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक, सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में कार्यकर्ता प्रर्दशन कर रहे हैं।

दादर में शिवसेना भवन के समक्ष शिवसैनिक लखीमपुर में हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी तरह ठाणे, पुणे, कोल्हापुर , औरंगाबाद, नागपुर, सोलापुर आदि शहरों में प्रदर्शन हो रहा है। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने इस्टर्न हाईवे बंद कर दिया है। शिवसेना विधायक सुनील राऊत ने कहा कि शाम 5 बजे तक इस्टर्न हाइवे बंद रखा जाएगा।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत किसान विरोधी नीतियों के विरोध में आंदोलन जारी है। केंद्र सरकार ने किसानों के विरोध में कानून पास किया और उस कानून का विरोध करने वालों को कुचल रही है। इस घटना को लेकर देश में रोष व्याप्त है। महाराष्ट्र प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीति के विरुद्ध लोग खुद बंद में शामिल हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का विरोध करने वाले किसान विरोधी तत्व हैं और वे लोग बंद के दौरान तोड़फोड़ कर रहे हैं। आम शाम को इसकी जानकारी लेकर तोड़फोड़ करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने लखीमपुर की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र बंद पूरी तरह से सफल साबित हुआ है। कुछ लोग बंद को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं, उनपर कड़ी नजर रखी जा रही है।


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