मुंबई, 24 जनवरी (हि.स.)। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाले वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) ने महाराष्ट्र बंद ने हिंसक स्वरूप ले लिया है। घाटकोपर में बंद समर्थकों ने बेस्ट बस में तोड़फोड़ की, जिसमें बस चालक विलास दाभाड़े घायल हो गए। इस दौरान पुलिस ने पांच आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया है। जबकि अमरावती में आंदोलनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और करीब 140 लोगों को हिरासत में लिया। बंद के कारण सोलापुर, सातारा, कोल्हापुर, औरंगाबाद, नासिक, पुणे, मुरबाड़, वसई -विरार, वरली, बीड, परली आदि इलाकों में दुकानें बंद हैं।
गुरुवार सुबह से ही वरली इलाके में दुकानदारों ने दुकानें बंद रखीं लेकिन दादर में बंद का ज्यादा असर नहीं दिखा। चेंबुर में आंदोलनकारियों ने रास्ता जाम कर रखा है। घाटकोपर के विभिन्न इलाकों में बंद पूरी तरह सफल है। इसी प्रकार ठाणे में तीन हाथ नाका पर बंद समर्थकों ने रास्ते पर लेटकर ट्रैफिक जाम का प्रयास किया, हालांकि पुलिस उनका प्रयास विफल कर दिया। जबकि कल्याण में बंद बेअसर है। बीेड़ जिले में बंद सफल दिख रहा है लेकिन यहां किसी तरह की हिंसा नहीं हुई है। पुलिस ने यहां से 150 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। सोलापुर, मनमाड, नासिक में भी बंद का असर दिख रहा है।
प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि देश की खराब आर्थिक स्थिति, नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) तथा राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरुद्ध गुरुवार को बंद का ऐलान किया गया। उनके आंदोलन को असफल बनाने व बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। घाटकोपर में किसी ने मुंह पर काला कपड़ा बाधकर बस में तोड़फोड़ की। सरकार को जांच करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र बंद के माध्यम से वह जो संदेश देश को देना चाहते थे, उसका मकसद पूरा हो गया है। आंबेडकर ने आंदोलनकारियों को शांतिपूर्वक आंदोलन करने की अपील की है।