लखनऊ, 21 अक्टूबर (हि.स.)। कमलेश तिवारी हत्याकांड में महाराष्ट्र के नागपुर से शनिवार शाम को गिरफ्तार किए गए आरोपित सैय्यद आसिम अली को उत्तर प्रदेश पुलिस ने 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर सोमवार को ले लिया है। पकड़ा गया संदिग्ध इस हत्याकांड के मास्टर माइंड से लगातार सम्पर्क में बना हुआ था। इसी आधार पर उसे गिरफ्तार करके आज नागपुर की अदालत में पेश किया गया जहां से उसकी ट्रांजिट रिमांड हासिल की गई। गुजरात के अहमदाबाद में गिरफ्तार किये तीन संदिग्धों को आज ही ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया गया है। नागपुर से गिरफ्तार सैय्यद आसिम अली को देर रात तक लखनऊ लाया जायेगा।पुलिस महानिदेशक ने बताया कि अब चारों को एक साथ बिठाकर पूछताछ करके इस हत्याकांड की परतें खोलकर जल्द ही असली हत्यारों की गिरफ्तारी की जाएगी।
कमलेश तिवारी हत्याकांड के खुलासे के लिए यूपी एटीएस, एसटीएफ के साथ पुलिस की कई टीमें दबिश पर हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र की एटीएस टीम ने नागपुर से सैय्यद आसिम अली नाम के युवक को दबोचा है। पकड़ा गया आरोपित सैय्यद आसिम अली तिवारी हत्याकांड के मास्टरमाइंड रशीद पठान से लगातार संपर्क में था। कमलेश तिवारी की हत्या में उसकी भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। यूपी एटीएस ने सोमवार को नागपुर कोर्ट में उसे पेश करने के बाद 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड हासिल की है। इससे पहले गुजरात से गिरफ्तार किए गए मौलाना मोहसिन सेख, रशीद पठान और फैजान को आज अहमदाबाद से 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाकर कोर्ट में पेश किया गया और उनसे पूछताछ की जा रही है। इस तरह अब तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस हत्याकांड का मास्टमाइंड रशीद पठान है।
जल्द गिरफ्तार होंगे हत्यारोपित
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि गुजरात से पकडे़ गए तीन लोगों की ट्रांजिट रिमांड को सूरत की अदालत ने रविवार शाम को ही मंजूरी दे दी थी। अब नागपुर कोर्ट से सैय्यद आसिम अली का ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस चारों आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ पूछताछ करके इस हत्याकांड की परतें खोलकर जल्द ही असली हत्यारों की गिरफ्तारी करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस केस से जुड़े मुख्य आरोपित शेख अश्फाकुल हुसैन और मोइनुद्दीन पठान को शाहजहांपुर में देखे जाने की बात सामने आयी थी। इस जानकारी के बाद एसटीएफ और एसआइटी ने शाहजहांपुर पुलिस के साथ वहां कई होटलों और मदरसों में छापेमारी की लेकिन उनका कहीं भी कोई पता नहीं चला है।