मुंबई, 03 फरवरी (हि.स.)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के समय फोन टेपिंग मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने दो सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीकांत सिंह और इंटेलीजेंस विभाग के सह आयुक्त अमितेश सिंह शामिल हैं।
गृहमंत्रालय से सोमवार को मिली जानकारी के अनुसार शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे सहित कई कांग्रेस और राकांपा, शिवसेना नेताओं के फोन टेप किए जाने का आरोप लगाया था। राऊत ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी भाजपा के एक तत्कालीन मंत्री ने ही दी थी लेकिन इस जानकारी के बाद भी उन्होंने अपना फोन नंबर नहीं बदला था। गृहनिर्माण मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने भी इसी तरह का आरोप लगाया था। इसके बाद गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि प्राथमिक जानकारी के अनुसार पिछली सरकार ने विशेष पुलिस टीम को इजराइल भेजकर फोन टेपिंग का साफ्टवेयर मंगवाया गया था। गृहमंत्री ने इस मामले की जांच करवाए जाने की घोषणा की थी। इसी वजह से सोमवार को गृहविभाग ने फोन टेपिंग मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित की है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि सिर्फ राजनीतिक द्वेष की वजह से फोन टेपिंग की जांच करवाई जा रही है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कह चुके हैं कि किसी भी तरह की फोन टेपिंग नहीं की गई है। इसलिए ’कर नहीं तो डर नहीं ’ भाजपा को इस जांच से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।