श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हो गया आस्था का लोकपर्व छठ
बेगूसराय, 11 नवंबर (हि.स.)। सूर्य उपासना और आस्था का महा लोकपर्व छठ गुरुवार को उदयाचल गामी (उगते हुए) सूर्य को अर्घ्य देने के साथ श्रद्धा, भक्ति और उल्लास से संपन्न हो गया। इसी के साथ पिछले महीने से चल रही तैयारी अपने अंजाम पर पहुंचकर संपन्न हो गई।
उगते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद तमाम व्रतियों ने अपने गांव और आसपास स्थित देवस्थान तथा कुल देवी-देवता का पूजन कर इस महाव्रत का पारण किया। प्रातःकालीन अर्घ्य के दौरान राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने बेगूसराय जिला के मनसेरपुर स्थित अपने पैतृक गांव में पूजा अर्चना किया। जबकि डीएम अरविंद कुमार वर्मा ऑफिसर कॉलोनी स्थित पोखर में किए जा रहे पूजा में शामिल हुए।
प्रातःकालीन अर्घ्य देने के साथ ही बेगूसराय के विभिन्न क्षेत्रों में 50 से अधिक जगहों पर स्थापित सूर्य देव की प्रतिमा का भी हर्षोल्लास के साथ विसर्जन कर दिया गया। विसर्जन करते समय भक्तों ने सूर्य देव और छठी मैया से घर-परिवार ही नहीं, देश के सुख, समृद्धि, शांति और कोरोना वायरस से बचाए रखने की प्रार्थना भी किया। गुरुवार की सुबह व्रतियों को काफी इंतजार कराने के बाद जब सूर्य देव सामने आए तो हर ओर अर्घ्य देने की होड़ मच गई। तमाम लोग अस्त होने के बाद उगते हुए सूर्य को सपरिवार नमन किया। इस दौरान गंगा किनारे जहां रात दो बजे से ही लोग पहुंचने लगे थे, वहीं गंडक समेत अन्य नदी और पोखर के किनारे भी तीन बजे के बाद लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। छठ घाट पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने सूप सजाकर उसपर दीप जलाया तो एक बार फिर हर ओर दिवाली का नजारा उत्पन्न हो गया। इस दौरान बच्चों ने खूब आतिशबाजी भी किया।
अर्घ्य समाप्त होते ही परिजनों और एक-दूसरे के यहां प्रसाद पहुंचाने की होड़ मच गई तथा घर-गांव ही नहीं तमाम सड़कों पर छठ के प्रसाद की खुशबू फैल गई है। छठ को लेकर सभी व्रती 36 घंटे के निर्जला उपवास पर थे, जिसके कारण जिला भर में एक सौ से अधिक जगहों पर नाटक तक सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। नाटक के अलावा विभिन्न जगहों पर बड़े टीवी स्क्रीन के माध्यम से रामायण भी लोगों को दिखाया गया। विभिन्न जगहों पर आयोजित मेला में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।