माघ मेला : मकर संक्रान्ति का पुण्य काल नौ घंटे 16 मिनट
प्रयागराज, 12 जनवरी (हि.स.)। माघ मेला में मकर संक्रान्ति पर पुण्य अर्जित करने वाले श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है। पण्डित एवं विद्वानों कहना है कि इस वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रान्ति का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य देव सुबह मकर राशि में 08ः30 बजे प्रवेश करेंगे, यह मकर संक्रान्ति का क्षण होगा। मकर संक्रान्ति का पुण्य काल कुल 09 घण्टे 16 मिनट का है।
गुरूवार को मकर संक्रान्ति का पुण्य काल सुबह 08 बजकर 30 मिनट से शाम को 05 बजकर 46 मिनट तक है। वहीं, मकर संक्रान्ति का महा पुण्य काल 01 घंटा 45 मिनट का है, जो सुबह 08 बजकर 30 मिनट से दिन में 10 बजकर 15 मिनट तक है। मकर संक्रान्ति के दिन स्नान, दान और सूर्य देव की आराधना का विशेष महत्व होता है। आज के दिन सूर्य देव को लाल वस्त्र, गेहूं, गुड़, मसूर दाल, तांबा, स्वर्ण, सुपारी, लाल फूल, नारियल, दक्षिणा आदि अर्पित किया जाता है। मकर संक्रान्ति के पुण्य काल में दान करने से अक्षय फल एवं पुण्य की प्राप्ति होती है।
उल्लेखनीय है कि पवित्र नदी गंगा-यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के पावन संगम स्थल पर प्रत्येक वर्ष लगने वाले माघ मेला की शुरूआत मकर संक्रान्ति के पर्व से होती है। इस अवसर जनपद के आस-पास के पड़ोसी जनपदों एवं दूर-दराज से पुण्य अर्जित करने के लिए श्रद्धालु आते है। इसके लिए प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है। माघ मेले के प्रथम महत्वपूर्ण स्नान को सकुशल सम्पन्न करने के लिए अपना रूट मार्ग तैयार कर लिया है और कोरोना के मद्देनजर भीड़ पर काबू पाने के लिए पूरी योजना बना ली है।