संघ के पूर्व प्रवक्ता एम.जी. वैद्य का नागपुर में निधन
नागपुर, 19 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रवक्ता, विचारक, दैनिक तरुण भारत के पूर्व संपादक तथा संस्कृत के विद्वान माधव गोविंद वैद्य (एमजी वैद्य) का शनिवार को नागपुर के स्पंदन अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने अपराह्न 3:30 बजे अंतिम सांस ली। वे 97 वर्ष के थे।
महाराष्ट्र के वर्धा जिले के तरोडा ग्राम में 11 मार्च 1923 को जन्मे एम.जी. वैद्य को अब तक के सभी सरसंघचालकों के साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। किसान परिवार में जन्मे वैद्य ने उच्च शिक्षा प्राप्त कर नागपुर के मॉरिस कॉलेज में बतौर प्रोफेसर नौकरी प्रारंभ की। एमजी वैद्य देश के चुनिंदा संस्कृत भाषा के विद्वानों में शुमार थे। उन्होंने संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के कहने पर वर्ष 1966 में सरकारी नौकरी छोड़कर तरुण भारत समाचार पत्र में बतौर सम्पादक सेवाएं दीं।
महाराष्ट्र की पत्रकारिता में उनकी लेखन शैली का लोहा माना जाता रहा है। वे 1978 से 1984 तक महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहे थे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में उन्होंने बौद्धिक एवं प्रचार प्रमुख का दाय़ित्व निभाया था।
वैद्य के परिवार में पत्नी सुनंदा वैद्य, पुत्र डॉ. मनमोहन वैद्य (सह सरकार्यवाह), धनंजय, श्रीनिवास, शशिभूषण, डॉ. राम (हिंदू स्वयंसेवक संघ सहसंयोजक) और कन्या विभावरी नाईक, डॉ. प्रतिभा राजहंस तथा भारती कहू और पोते-पोतिया हैं। वैद्य की अंतिम यात्रा रविवार (20 दिसम्बर) को उनके विद्याविहार प्रतापनगर नागपुर आवास से निकल कर अंबाझरी घाट जाएगी।
गडकरी ने दी श्रद्धांजलि
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वैद्य के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गडकरी ने ट्वीट कर कहा कि वैद्य ने बतौर प्रोफेसर, सम्पादक और विधान परिषद सदस्य के रूप में बहुत उम्दा काम किया था। उनके द्वारा किया गया हर कार्य अपने आप में एक मिसाल है।