पटना 30 मई (हि.स.)। लोकसभा के हाल के चुनाव में निर्वाचित बिहार विधानसभा के दो सदस्यों दिनेशचंद्र यादव औ गिरिधारी यादव ने बुधवार को विधायकी छोड़ दी। आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से और जदयू विधायक गिरिधारी यादव बांका लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। संविधान में एक साथ दो सदनों का सदस्य रहने पर रोक के लिए 1950 में बने नियमों के तहत किसी नये सदन का सदस्य बनने पर 14 दिनों के अंदर निवर्तमान सदन की सदस्यता छोड़ देनी है। ऐसा नहीं करने पर नये सदन की सदस्यता स्वत:समाप्त हो जाती है। 17वीं लोकसभा के चुनाव बिहार से राज्यसभा सदस्य एवं केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद , विधानसभा के पांच और विधान परिषद के दो सदस्य निर्वाचित हुए हैं। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से चुने जाने के कारण बुधवार को राज्यसभा से इस्तीफा कर दिया है। मंगलवार को बिहार के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से चुने जाने के कारण मंत्री पद छोड़ने के साथ विधान परिषद की सदस्यता छोड़ दी थी। वे परिषद में मनोनीत सदस्य थे। पशुपालन मंत्री पशुपति कुमार पारस भी विधान परिषद के मनोनीत सदस्य हैं। पारस हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से लोजपा उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए हैं। अभी उनका परिषद से इस्तीफा नहीं हुआ है। विधानसभा सदस्य कविता सिंह सीवान से ,अजय मंडल भागलपुर से और मो.जावेद किशनगज लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं । अभी इन सबों का विधानसभा से इस्तीफा नहीं हुआ है। चुनाव आयोग ने 23 मई को नव निर्वाचित सदस्यों की अधिसूचना जारी कर दी थी। नियमों के तहत 6 जून तक लोकसभा के नव निर्वाचित सदस्यों को विधानमंडल के जिस सदन के सदस्य हैं ,उससे त्यागपत्र देना होगा। संसद या विधानमंडल का सदस्य बनने पर छह माह के अंदर शपथ लेने के भी नियम बने हैं।