ईएमआई टालने वाले कॉल या मैसेज से बैंकों ने ग्राहकों को किया सावधान
नई दिल्ली/मुंबई, 07 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना की महामारी और 21 दिनों के लॉकडाउन में ऑनलाइन ठगी करने वाले अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने ठगी का एक नया तरीका ढूंढ़ लिया है। वे लोगों को ईएमआई को टालने के लिए कॉल कर और मैसेज भेजकर लोगों को चूना लगा रहे हैं। इस तरह के कॉल और मैसेज के प्रति बैंकों ने अपने ग्राहकों को आगाह किया है।
गौरतलब है कि इस तरह के साइबर ठग बैंक प्रतिनिधि के रूप में फोन कर लोगों को ये झांसा देते हैं कि उनकी ईएमआई तीन महीने तक माफ की जा रही है। इसके बाद वे लोगों से एक ओटीपी साझा करने को कहते हैं, इसके बाद यदि किसी ने भूलवश ओटीपी साझा कर दिया तो उसके खाते से सारी रकम निकाल ली जाती है।
उल्लेखनीय है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने ट्वीट कर चेतावनी दे चुका है कि साइबर ठगों ने लोगों से ठगी करने का नया तरीका ढूंढ लिया है। बैंक का कहना है कि इन साइबर ठगों से बचने का एकमात्र तरीका है कि सावधान और जागरूक रहें। बैंक ने साफ तौर पर अपने ग्राहकों को बताया है कि ईएमआई को टालने के लिए कोई ओटीपी नंबर की जरूरत नहीं पड़ती है। इसलिए अपना ओटीपी किसी से शेयर नहीं करें। अगर जरूरत पड़े तो अपने लोन की ईएमआई टालने के लिए बैंक की वेबसाइट https://bank.sbi/stopemi पर संपर्क करें।