एमईआईएल ने तैयार की दुनिया की सबसे बड़ी लिफ्ट सिंचाई परियोजना, 21 को होगा उद्धाटन
नई दिल्ली, 19 जून (हि.स.)। तेलंगाना में दुनिया की सबसे बड़ी लिफ्ट सिंचाई परियोजना अब उद्घाटन के लिए तैयार है। मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) देश की अग्रणी इन्फ्रा कंपनी ने युद्ध स्तर पर अहम इलेक्ट्रो-मैकेनिकल कार्यों को अंजाम देते हुए इस परियोजना को जमीन पर उतारा है, जिसके कारण ही रिकॉर्ड समय में तेलंगाना सरकार गोदावरी नदी पर दुनिया की सबसे बड़ी लिफ्ट सिंचाई योजना को पूरा करने में सफल रही है। कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना का 21 जून को उद्धघाटन होने जा रहा है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव इस परियोजना का उद्धघाटन करेंगे।
एमईआईएल ने बताया कि अपने बेहतरीन अनुभव के साथ कलेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना के लिए भारी पंप हाउस स्थापित किया गया है। 20 पंप हाउसों के जरिए एक दिन में 3 टीएमसी पानी लेने (लिफ्ट करने) की योजना है, जिसके लिए कुल 120 मशीनें (हरेक मशीन में एक पंप और एक मोटर) स्थापित की जा रही हैं। इनमें से एमईआईएल अकेले 105 मशीनों की स्थापना कर रही है। परियोजना में 22 पंप हाउस शामिल हैं और उनमें से 17 का निर्माण एमईआईएल द्वारा किया जा रहा है। प्रथम चरण में लिंक -एक के तौर पर मेदिगड्डा, अन्नाराम, सुंडिला पंप हाउसों को पानी पंप (लिफ्ट) करने के लिए आंशिक रूप से तैयार किया जा रहा है। लिंक -दो में पैकेज -आठ के जरिए दुनिया का सबसे बड़ा भूमिगत पंप हाउस भी हर रोज 2 टीएमसी पानी पंप (लिफ्ट) करने के लिए तैयार है।
एमईआईएल के निदेशक बी. श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि यह पूरी दुनिया में सबसे बड़ा पंपिंग स्टेशन है। जिसका निर्माण जमीन से 330 मीटर नीचे किया गया है। गोदावरी नदी के पानी को पहले ही मेदिगड्डा पंप हाउस की खाड़ी में पहुचाया जा चुका है। मोटरों का स्विच ऑन करने पर पानी फिर से गोदावरी नदी में पहुंचाया जा सकता है, जो डिलीवरी सीटर (भूमिगत पाइप) से होते हुए ऊपरी धारा पर स्थित अन्नाराम बैराज तक पहुंचता है। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात और एक सुखद मौका है, क्योंकि वह एक इंजीनियरिंग करिश्मे को कार्यरूप देने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कालेश्वर सिंचाई परियोजना दुनिया की सबसे बड़ी पंपिंग योजना हैं जिसका निर्माण उनकी कंपनी कर रही है। एमईआईएलम गुणवत्ता से बिना समझौता किए समयबद्ध तरीके से तमाम एजेंसियों और मानवश्रम को साथ लेते हुए एक विश्व स्तरीय तकनीक को अंजाम दे रही है।
रेड्डी ने बताया कि अभी तक पूरी दुनिया में इस तरह की विशाल लिफ्ट परियोजना का निर्माण नहीं हो सका है। यह पूरी दुनिया में अव्वल और सबसे विशाल लिफ्ट परियोजना है।
फिलहाल अमेरिका का कोलोराडो लिफ्ट योजना, मिस्र का मानव निर्मित नदी पर बनी योजना को दुनिया की सबसे बड़ी लिफ्ट योजना मानी जाती है। इन योजनाओं की क्षमता अश्वशक्ति में है और उन्हें पूरा होने में करीब तीन दशक लग गए। वर्ष 2000 से तेलुगु राज्यों में बड़े पैमाने पर लिफ्ट परियोजनाएं शुरू हुईं। उनमें से प्रमुख हैं, हंड्री-नीवा, देवडुला, कलवाकुर्थी, नेटटम्पाडु, पट्टिसेमा, पुरुषोत्तमपुरम आदि। गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने भी लिफ्ट योजनाएं शुरू की हैं। अब तक, भारी मशीनरी का उपयोग केवल कलवाकुर्ती लिफ्ट योजना के लिए ही किया जाता है, लेकिन इसकी अधिकतम क्षमता 40 मेगावाट तक ही है।