काइरो, 15 नवंबर (हि.स.)। लीबिया में राष्ट्रपति चुनाव के लिए देश के पूर्व तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी के बेटे और उत्तराधिकारी सैफ अल-इस्लाम ने अपनी दावेदारी पेश की है। यह चुनाव दिसंबर ने में होगा। यह जानकारी लीबिया के उच्च राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने दी है।
मानवता के विरुद्ध अपराधों के लिए अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) ने सैफ अल इस्लाम को वांछित घोषित कर रखा है। सैफ ने लीबिया की राजधानी त्रिपोली से 650 किलोमीटर दूर सबहा शहर में अपना नॉमिनेशन दाखिल किया है।
लीबिया की सत्ता पर 40 वर्षों से ज्यादा समय तक काबिज रहे गद्दाफी को पकड़े जाने के बाद मार दिया गया था। 2011 में गद्दाफी की सत्ता पर कब्जा करने के बाद ही विद्रोही लड़ाकों ने सैफ को पकड़ लिया था। करीब छह साल बाद जून 2017 में लड़ाकों ने सैफ को मुक्त किया था। इसके बाद देश में गृह युद्ध की स्थिति पैदा हो गई थी।
एक चुनाव अधिकारी ने नामजदगी के बाद सैफ का वीडियो फुटेज दिखाया है। इसमें सैफ को यह कहते हुए दिखाया गया है कि अब देश का बेहतर भविष्य अल्लाह तय करेंगे। वर्षों बाद सैफ जनता के सामने आए हैं। राष्ट्रपति पद के लिए सैफ की उम्मीदवारी से देश के भीतर ही विवाद की स्थिति पैदा होने के आसार हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा जारी वारंट के चलते भी राष्ट्रपति के तौर पर उनकी स्वीकार्यता मुश्किल होगी।
तानाशाह गद्दाफी के आठ बच्चे थे, जिनमें से अधिकांश ने उसके शासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उसके बेटे मुअतासिम को उसी समय मार दिया गया था, जब गद्दाफी को पकड़े जाने के बाद मारा गया था। दो अन्य बेटे, सेफ अल-अरब और खामिस पहले ही विद्रोह में मारे गए थे। एक और बेटा अल-सादी गद्दाफी पड़ोसी देश नाइजर से प्रत्यर्पण के बाद त्रिपोली में सात साल से अधिक समय तक हिरासत में रहने के बाद सितंबर में रिहा किया गया था।