बागपत, 15 मार्च (हि.स.)। बागपत नाव हादसे को लेकर एक बार फिर बागपत जिलाधिकारी विधायक के निशाने पर हैं। विधायक का कहना है कि जो नाव हादसा हुआ है, उसका जिम्मेदार पूर्ण रूप से प्रशासन है। जब नाव संचालन का कोई ठेका नहीं छोड़ा गया तो नाव संचालन कैसे हो रहा था। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की है। हालांकि जिलाधिकारी ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिये हैं। पुलिस भगोड़े नाविक की तलाश में जुटी हुई है।
बागपत में नाव हादसा शराब तस्करी के कारण हुआ है, जिसकी चर्चा आम हो गयी है। नगर के लोगों के सामने यही सच सामने आया है कि पुराने कस्बे के सामने यमुना नदी में नाव का अवैध रूप से संचालन हो रहा था, जिसमें शराब की तस्करी होती थी। गोताखोर इरफान ने भी रविवार को बताया कि उसने होली पर सूचना दी थी कि एक नाव संचालित हो रही है, जिसमें शराब की तस्करी की जा रही है। इसको देखने के लिए दो पुलिस कर्मी भी गये थे लेकिन उन्होंने कोई कारवाई नहीं की।
नाव हादसे में तीन लोगों की जान जा चुकी है जबकि नौ लोगों को बचाया जा चुका है। नाव चालक अभी भी फरार चल रहा है। उसकी तलाश की जा रही है। नाव हादसे को लेकर बागपत विधायक योगेश धामा ने अपना दुःख प्रकट किया है और इस हादसे के लिये प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप है कि जिलाधिकारी आये दिन अधिकारियों की बैठक लेती हैं तो उनको इसकी जानकारी क्यों नहीं थी। इसके लिए जो भी जिम्मेदार हो उस पर कारवाई होनी चाहिए। आखिर बागपत कब तक नाव हादसे में जान खोता रहेगा। पहले भी काठा गांव में तीन वर्ष पूर्व 19 लोगों की जान नाव हादसे में जा चुकी है। फिर भी प्रशासन लापरवाही कर रहा है। विधायक ने इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को दी है, हालांकि विधायक की नाराजगी के बाद जिलाधिकारी शकुंतला गौतम ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिये हैं।