हमीरपुर, 25 जुलाई (हि.स.)। सियासी पारी खेलने के लिए भारतीय वायुसेना (इंडियन एयरफोर्स) के विंग कमाण्डर ने नौकरी ही छोड़ दी है। स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेकर अब विधानसभा के चुनावी दंगल में वह अखिलेश यादव की साइकिल भी दौड़ाएंगे। फिलहाल विधानसभा चुनाव की तैयारी में वह गांव-गांव पसीना बहा रहे हैं।
हमीरपुर जिले के राठ क्षेत्र के इटैलियाबाजा गांव निवासी जितेन्द्र निगम इंडियन एयरफोर्स में विंग कमाण्डर के पद पर तैनात थे। ये वर्ष 2005 में कमीशन पर फ्लाइंग ऑफिसर बने थे। इनकी तैनाती गुजरात में पाक सीमा पर की गई थी। इसके बाद वेस्ट बंगाल में खड़कपुर में इन्हें भेजा गया था। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में भी इनकी तैनाती कुछ समय के लिए की गई थी।
राजस्थान में पाक बार्डर में भी देश की सीमाओं की रक्षा के लिए इन्हें स्थानांतरित किया गया था। वर्ष 2018 में इनकी विंग कमाण्डर के पद पर आगरा में तैनाती हुई थी। बाद में इन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेकर यहां हमीरपुर लौट आए। अब ये आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं।
सैफई हवाई पट्टी में विंग कमाण्डर ने फाइटर प्लेन से भरी थी उड़ान
स्वैच्छिक सेवानिवृत्त विंग कमाण्डर जितेन्द्र निगम ने रविवार को बताया कि सैफई में हवाई पट्टी बहुत ही बेहतरीन बनाई गई है। वर्ष 2014 में इस हवाई पट्टी में फाइटर प्लेन से उड़ान भरी गई थी। उन्होंने बताया कि उन दिनों अखिलेश यादव से मिलने का मौका मिला था। पहली मुलाकात में ही कुछ ऐसी बातें हुई कि विंग कमाण्डर के पद से बीआरएस लेना पड़ा। उन्होंने बताया कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उन्हें विंग कमाण्डर के पद से बीआरएस लेने से मना किया था। कहा था कि इतनी अच्छी नौकरी अभी मत छोड़ो लेकिन समाज और क्षेत्र की सेवा करने का सपना साकार करने के लिए विंग कमान्डर की नौकरी छोड़नी पड़ी। अभी नौ साल की नौकरी बाकी थी।
अब राजनीति के जरिए होंगे बड़े काम
पूर्व विंग कमाण्डर ने बताया कि देश की सेवा करने के बाद अब समाज और क्षेत्र में बहुत कुछ काम करने का सपना है जो राजनीति के जरिए ही साकार हो सकता है। बताया कि अखिलेश यादव की विकासवादी सोच है जो क्षेत्र और युवाओं को आगे बढ़ने के लिए हर वक्त सोचते रहते हैं। वह युवाओं के लिए रोल आफ मॉडल है। इसीलिए देश की सेवा के बाद अब एसपी की साइकिल विधानसभा के चुनावी दंगल में दौड़ाई जाएगी। उनका कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वह हमीरपुर सदर क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू की है। सदर विधानसभा क्षेत्र में डेढ़ दर्जन से अधिक गांवों का दौरा कर लोगों से सम्पर्क किया गया है। क्षेत्र के लोग विकास में अभी बहुत पीछे हैं।