एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पावेल भी लगाएंगी संगम में डुबकी
प्रयागराज : 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ की महिमा देश ही नहीं विदेशों में भी गूंज रही है । इस बार विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोगों के आने और संगम में डुबकी लगाने के आसार हैं । भारतीय संस्कृति और आध्यामिकता सात समंदर पार रहने वाले बहुत से लोगों को भी आकर्षित कर रही है ।
इस बार महाकुंभ में आने वाले विदेशी मेहमानों में कई बड़ी शख्सियतें भी शामिल हैं । इन्ही में से एक हैं एप्पल कंपनी के को-फाउंडर दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी और दुनिया की सबसे धनी महिलाओं में शामिल लॉरेन पावेल जॉब्स । टाइम्स मैगज़ीन ने कई बार उन्हें दुनिया की सबसे प्रभावशाली महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया है ।
लॉरेन पावेल आध्यात्मिकता की अनुभूति के लिए 13 जनवरी को महाकुंभ में पहुंचेंगी । वो श्रीनिरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर में 17 दिनों तक रुकेंगी । इकसठ साल की लॉरेन पावेल मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा में अमृत स्नान करेंगी ।
यह स्नान महाकुंभ के मुख्य आकर्षणों में से एक हैं और इसे आध्यात्मिक शुद्धिकरण का प्रतीक माना जाता है। अपने प्रवास के दौरान लॉरेन कल्पवास भी करेंगी और साधुओं की संगत में सादगीपूर्ण जीवन गुजारेंगी ।
आध्यात्मिक गुरु स्वामी कैलाशानंद जी महाराज ने इसकी जानकारी देते हुए कहा “वह यहां अपने गुरु से मिलने आ रही हैं । हमने उनको अपना गोत्र भी दिया है और उनका नाम ‘कमला’ रखा है ।” स्वामी कैलाशानंद ने कहा कि लॉरेन भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म से काफी प्रभावित हैं और इस बार उन्होंने महाकुंभ के माध्यम से इसे करीब से अनुभव करने की इच्छा व्यक्त की है।
लॉरेन पॉवेल दूसरी बार भारत आ रही है । उनके दिवंगत पति और टेक कंपनी एप्पल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स का भी सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता की ओर काफी झुकाव था ।
बाबा नीम करौली में स्टीव की अगाध आस्था थी। वह उन्हें अपना गुरु मानते थे । 1974 में स्टीव जॉब्स बाबा नीम करोली के नैनीताल स्थित कैंची धाम आश्रम में गए थे । कहा जाता है कि स्टीव जॉब्स अपने जीवन का सबसे बड़ा सच, जो रहस्य बन चुका था, उसे जानने के लिए वह बाबा नीम करोली के आश्रम पहुंचे थे । परमहंस योगानंद की पुस्तक ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ़ ए योगी’ का भी उनके जीवन पर गहरा प्रभाव था ।
एप्पल के मालिक स्टीव जॉब्स की पत्नी भी पहुंचेंगी प्रयागराज!
महाकुंभ में करेंगी कल्पवास , संगम में लगाएंगी डुबकी !