चंदन के अंतिम दर्शन को उमड़ पड़ी हजारों की भीड़, गंगा किनारे किया गया अंतिम संस्कार
बेगूसराय, 06 अप्रैल (हि.स.)। बेगूसराय के लोगों को जब पता चला कि बीएसएफ जवान का पार्थिव शरीर आ गया है तो लॉकडाउन के बावजूद भगवानपुर प्रखंड के बनवारीपुर गांव में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई पार्थिव शरीर की एक झलक पाना चाह रहे थे। एक ओर हजारों आँखों में आंसू, दूसरी ओर छतों पर खड़ी महिलाओं के करूण क्रंदन से पूरा इलाका गमगीन हो गया। घर का वो आंगन जहां मुश्किल से कभी सौ दो सौ लोग बैठे होंगे उस दरवाजे पर आज हजारों लोगों का तांता लगा रहा। शहीद के घर पर बीएसएफ और बिहार पुलिस के सशस्त्र बल के जवानों के द्वारा शहीद को सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। परिवार एवं गांव के लोग पार्थिव के साथ आए बीएसएफ के अधिकारियों से चंदन का पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांग रहे थे तथा नहीं मिलने को लेकर ग्रामीणो में जबरदस्त गुस्सा था, ग्रामीण चंदन कि मौत का उच्चस्तरीय जांच कि मांग कर रहे थे।
जवान के भाई कुंदन ने कहा कि अधिकारियों द्वारा कभी कुछ कभी कुछ बोला जा रहा है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं आया है, शव की स्थिति देखकर हम संतुष्ट नहीं हैं। सरकार मौत की उच्चस्तरीय जांच कराए। वहीं, बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर ऋषव कुमार मिश्रा ने बताया कि चंदन खाना खाकर ड्यूटी के लिए निकला और अचानक गिर गया, फिर उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है मिलते ही परिजनों को उपलब्ध कराया जाएगा। इधर, मां रेखा देवी और पत्नी प्रियंका अपने सामने शव देख कर अपनी सुध बुध खो दी और बार-बार बेहोश हो जाती। जबकि करीब डेढ़ वर्ष का बच्चा मूक दर्शक बने तमाशा देख रहा था। उसे क्या पता था कि पापा सोए हैं या वे सदा के लिए चले गए। दूसरी ओर भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। तेेघड़ा डीएसपी ओम प्रकाश, एसडीओ डॉ. निशांत कुमार, तेघड़ा इंस्पेक्टर रामनिवास, बीडीओ अजय कुमार, सीओ कुमार नलिनीकांत लोगों को समझाते रहे, लेकिन एक झलक पाने के लिए लोग बेताब थे। हजारों लोगों ने चन्दन पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित किया। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद हाथ में तिरंगा लिए सैकड़ों युवाओं के साथ अंतिम यात्रा शुरू हुई और विभिन्न मार्गों से होते हुए गंगा नदी के अयोध्या घाट पर पहुंची जहां की अंतिम संस्कार किया गया।